विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कहा है, कि चीन में कोरोनावायरस के नए मामलों में कमी आने के बावजूद इसके खात्मे के बारे में अभी भविष्यवाणी करना बहुत जल्दबाजी होगी.
बीबीसी की 13 फरवरी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ट्रेडोस अधनोम घेब्रेयसुस ने कहा,
“यह महामारी अभी भी किसी भी दिशा में बढ़ सकती है.”डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ट्रेडोस अधनोम घेब्रेयसुस
इससे पहले, चीन ने कोरोनावायरस के नए मामलों की जानकारी दी, जो पिछले दो हफ्तों में प्रतिदिन के हिसाब से सबसे कम है. चीन में तेजी से फैल रहे इस घातक कोरोनावायरस से अब तक 1100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं करीब 44,600 से ज्यादा लोग प्रभावित हो चुके हैं.
चीनी प्रशासन की रिपोर्ट के मुताबिक, इस वायरस से एक दिन में प्रभावित होने वाले लोगों का सर्वाधिक आंकड़ा पिछले सप्ताह आया था, जब एक दिन में करीब 4,000 लोगों के वायरस से प्रभावित होने की खबर आई.
डब्ल्यूएचओ के आपातकालीन प्रमुख माइकल रेयान ने कहा,
“मुझे लगता है कि फिलहाल इस बीमारी की शुरुआत, मध्य और अंत के बारे में अनुमान लगाना जल्दबाजी होगी.”माइकल रेयान
डब्ल्यूएचओ की मुख्य वैज्ञानिक सौम्य स्वामीनाथन ने संवाददाताओं से कहा, "मुझे लगता है कि हम वैक्सीन खोज निकालेंगे. इसमें कुछ समय लगेगा. कोई वैक्सीन रातभर में नहीं बन जाता."
महामारी को रोकने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी सरकार: चीनी प्रधानमंत्री
जनवरी में चीनी प्रधानमंत्री ली केकियांग ने वुहान में कोरोनवायरस प्रकोप को रोकने और नियंत्रित करने के प्रयासों का निरीक्षण किया था. वुहान में ली ने स्थानीय अधिकारियों को महामारी की रोकथाम और नियंत्रण कार्य में कोई कसर नहीं छोड़ने को कहा. उन्होंने कहा कि लोगों के जीवन और स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए घटना दर और मृत्यु दर दोनों को कम करना है.
बता दें कि, कोरोनावायरस वायरस का एक बड़ा समूह है लेकिन इनमें से केवल छह वायरस ही लोगों को संक्रमित करते हैं. इसके सामान्य प्रभावों के चलते सर्दी-जुकाम होता है लेकिन ‘सिवीयर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम’ (सार्स) ऐसा कोरोनावायरस है जिसके प्रकोप से 2002-03 में चीन और हांगकांग में करीब 650 लोगों की मौत हो गई थी.
(इनपुट-IANS)
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