सीनियर आईएएस अशोक खेमका ने हाल ही में हुए उनके ट्रांसफर पर प्रतिक्रिया दी है. खेमका ने मंगलवार को एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा है,‘किसके हितों की रक्षा करूं? तुम्हारा या उनका जिनका आप प्रतिनिधित्व का दावा करते हैं? दम्भ है हमें पैरों तले रौंदोगे. शौक से, कई बार सहा है, एक बार और सही.'
बता दें, हरियाणा सरकार ने 1991 बैच के सीनियर आईएएस अशोक खेमका का बीते रविवार को ट्रांसफर कर दिया था. खेल और युवा मामलों के विभाग के प्रधान सचिव अशोक खेमका को विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के प्रधान सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है.
रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ जांच को लेकर सुर्खियों में आए थे खेमका
कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा के जमीन सौदे के मामले को लेकर चर्चा में आये आईएएस अफसर अशोक खेमका ने मंगलवार को ट्विटर पर अपने ट्रांसफर को लेकर लोगों के सवालों के जवाब दिये.
बता दें कि 1991 बैच के इस आईएएस अफसर का ट्वीट उनके रविवार को हुये ट्रांसफर के दो दिन बाद आया है. उनका ट्रांलसफर नौ अन्य आईएएस अफसरों के साथ किया गया था.
अशोक खेमका को लगभग 15 महीने पहले खेल और युवा मामलों के विभाग में तैनात किया गया था. आईएएस अफसर खेमका का अब तक उनके करियर में 50 से ज्यादा बार तबादला हो चुका है.
कौन हैं अशोक खेमका?
- अशोक खेमका 1991 बैच के हरियाणा काडर के IAS अफसर हैं
- 24 साल के करियर में खेमका का अब तक 50 से ज्यादा बार ट्रांसफर हो चुका है
- गुरुग्राम में रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ लैंड डील से जुड़ी जांच के कारण अशोक खेमका सुर्खियों में रहे
- नवंबर 2014 में तत्कालीन हुड्डा सरकार ने रॉबर्ट वाड्रा और डीएलएफ के लैंड डील से जुड़े खुलासे के बाद खेमका का तबादला परिवहन विभाग में कर दिया था
- कहा जाता है कि अशोक खेमका जिस भी विभाग में जाते हैं, वहीं घपले-घोटाले उजागर करते हैं, जिसके चलते उनका ट्रांसफर कर दिया जाता है
- भूपिंदर सिंह हुड्डा के शासनकाल में बतौर व्हिसिल ब्लोवर वह कई घोटालों का खुलासा कर चुके हैं
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