ADVERTISEMENTREMOVE AD

अभिनंदन के पिता ने बताई बालाकोट स्ट्राइक की पूरी कहानी

विंग कमांडर अभिनंदन के पिता ने बालाकोट स्ट्राइक का किया जिक्र

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

भारत की तरफ से पाकिस्तानी सीमा में मौजूद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाने को लेकर अब विंग कमांडर अभिनंदन के पिता सिम्हाकुट्टी वर्धमान का बयान आया है. अभिनंदन के पिता का कहना है कि वहां 250-300 आतंकी मारे गए होंगे. उन्होंने कहा है कि लेजर गाइडेड स्पाइस-2000 बमों से अटैक होने के बाद इतना नुकसान तो हुआ होगा. अभिनंदन के पिता भी एयरफोर्स के फाइटर पायलट रह चुके हैं. वो एयरफोर्स में एयर मार्शल के पद से रिटायर हुए.

ADVERTISEMENTREMOVE AD

पाकिस्तानी विमानों को खदेड़ने वाले अभिनंदन

विंग कमांडर अभिनंदन एयरफोर्स के वही पायलट हैं जिन्होंने भारतीय सीमा में घुसे पाकिस्तानी एफ-16 विमानों को खदेड़ा था. अभिनंदन ने एक पाकिस्तानी एफ-16 को टारगेट भी किया था. जिसके बाद उनका फाइटर प्लेन भी क्रैश हुआ और वो पैराशूट से इजेक्ट होकर पाकिस्तान में उतरे, दो दिन तक पाकिस्तानी सेना की कस्टडी में रहकर वो वापस अपने देश लौटे.

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक पूर्व एयर मार्शल ने बताया कि भारतीय एयरफोर्स का आतंकियों पर अटैक उस वक्त हुआ जब ज्यादातर आतंकी शिविरों में मौजूद थे. इसीलिए इस हमले में ज्यादा से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की संभावना है. 

पाकिस्तानी एयरफोर्स को दिया चकमा

इस हमले का जिक्र करते हुए अभिनंदन के पिता ने बताया कि भारतीय फाइटर जेट्स ने कैसे पाकिस्तानी विमानों को चकमा दिया. उन्होंने बताया कि हमला बालाकोट में होना था, लेकिन कुछ भारतीय फाइटर जेट जैश के मुख्यालय बहावलपुर की तरफ बढ़े. जिससे पाकिस्तान को लगा कि भारत जैश के मुख्यालय पर हमला करने जा रहा है. उसने इस हमले को रोकने के लिए अपने एफ-16 विमान भेजे. लेकिन ठीक उसी वक्त भारत की तरफ से बालाकोट में स्ट्राइक कर दी गईं. इस तरह से पाकिस्तानी एयरफोर्स को चकमा दिया गया.

हालांकि एयर मार्शल ने साफ किया कि ऐसा उनका मानना है. जरूरी नहीं है कि असल में इतना नुकसान हुआ हो. बालाकोट एयर स्ट्राइक पर हमले के बाद देश में कई तरह के सवाल खड़े हुए. विपक्षी दलों ने 300 आतंकियों के आंकड़े पर सवाल उठाए. इसके लिए सरकार से सबूत भी मांगे गए.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×