आज वर्ल्ड इमोजी डे है और आज के दिन हम इन गोल चेहरों का शुक्रिया कहना चाहते हैं कि इन्होंने हमें कई इमोशन को जाहिर करने का जरिया दिया. खुशी, प्यार, दुख, गुस्सा इमोशन कोई भी हो, जब शब्द कम पड़े तो हम लोगों ने इमोजी का सहारा लिया. ये साल सबकी कल्पना से एकदम उल्टा रहा है. शायद इस साल अपने इमोशन जाहिर करने के लिए इमोजी का सबसे ज्यादा इस्तेमाल हुआ होगा.
वैसे तो हमारे पास कई इमोजी पहले से मौजूद हैं, लेकिन हम मौजूदा समय के हिसाब से कुछ और इमोजी भी आपके लिए लाए हैं.
कोरोना वायरस महामारी से ग्रस्त इस साल में हम COVID-19 इमोजी से ही शुरुआत करना चाहेंगे. सबसे पहले फ्रंटलाइन पर काम कर रहे डॉक्टर, नर्स, जरूरी सुविधाओं में जुटे लोग, पुलिस जैसे कोरोना वॉरियर्स के लिए हमारा खास इमोजी.
अब बारी आती है नेगेटिव और पॉजिटिव टेस्ट होने वाले लोगों की, आपके लिए ये दो इमोजी हैं. अगर आप अपने टेस्ट के नतीजे के बारे में कुछ कहना नहीं चाहते तो इनका इस्तेमाल कर सकते हैं.
महामारी के दौरान दो चीजें जिनके बारे में काफी बात हुई है, वो है-सोशल डिस्टेंसिंग और जूम कॉल. तो ये रहे सोशल डिस्टेंसिंग इमोजी और जूम कॉल इमोजी.
और अगर सोशल डिस्टेंसिंग की वजह से आप केबिन फीवर महसूस कर रहे हैं और अपने हालात को शब्दों में बयां नहीं करना चाहते, तो ये इमोजी आपके काम आएंगे.
कोरोना वायरस महामारी में कई चीजें बदल गई लेकिन भारत की राजनीति वही पहले जैसी रही. सरकार बनी, सरकार गिरी, नेताओं का पार्टी बदलना. भारतीय राजनीति के इस 'खेल' के लिए ये खास इमोजी.
एक और चीज जिसे हमेशा की तरह बने रहना चाहिए, वो है गलत और अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना और असहमति जाहिर करने का अधिकार. इस सबके लिए एक इमोजी तो बनता ही है.
एक आखिरी बात जो हमेशा सच रहेगी, वो ये कि हमें कभी भी भेदभाव नहीं करना चाहिए. प्यार, प्यार है. किससे प्यार करना है, ये व्यक्तिगत पसंद का मुद्दा है. इस इमोजी के साथ प्यार करने की आजादी का जश्न मनाइए.
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