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महाबलीपुरम में मोदी-शी की मुलाकात, अगवानी से डिनर तक हर बड़ी बात

डिनर में चीनी राष्ट्रपति के लिए चुनिंदा मांसाहारी भोजन भी तैयार किया गया.

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चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग दो दिन के भारत दौरे पर हैं. शुक्रवार को पीएम मोदी और शी जिनपिंग की चेन्नई के महाबलीपुरम में मुलाकात हुई. यहां पीएम मोदी ने जिनपिंग के साथ महाबलीपुरम की कई ऐतिहासिक घरोहरों (पंचरथ, अर्जुन तपस्या स्थल और शोर मंदिर) का भ्रमण किया और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद उठाया.

इसके बाद शाम को पीएम मोदी ने जिनपिंग के लिए एक खास डिनर की मेजबानी की. डिनर में चीनी राष्ट्रपति के लिए चुनिंदा मांसाहारी भोजन भी तैयार किया गया.

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महाबलीपुरम में मोदी से मिले जिनपिंग

शी जिनपिंग दोपहर करीब दो बजे चेन्नई एयरपोर्ट पहुंचे. यहां जिनपिंग के स्वागत में कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. शाम करीब पांच बजे जिनपिंग महाबलीपुरम पहुंचे, जहां उनकी पीएम मोदी से मुलाकात हुई. महाबलीपुरम में मोदी तमिलनाडु की परंपरागत पोशाक में नजर आए.

मोदी ने जिनपिंग को कराई महाबलीपुरम की सैर

पीएम मोदी और शी सबसे पहले महाबलीपुरम की ऐतिहासिक धरोहर 'अर्जुन तपस्या स्थल' गए. अर्जुन तपस्या स्थल महाबलीपुरम के शानदार स्मारकों में से एक है. यहां पर पीएम ने शी को उस जगह से भी अवगत कराया, जहां पर अर्जुन ने तपस्या की थी. यहां एक बड़े शिलाखंड पर हिंदू देवताओं के अलावा शिकारियों, ऋषियों, जानवरों की तस्वीरें उकेरी गई हैं.

जिनपिंग के साथ ‘पंच रथ’ देखने पहुंचे पीएम मोदी

'अर्जुन तपस्या स्थल' के बाद दोनों नेता पंच रथ गए. पंच रथ को ठोस चट्टानों को काटकर बनाया गया है. यह सभी अंखड मंदिर के रूप में मुक्त तौर पर खड़े किए गए हैं. पंचरथ के बीच में एक बड़ा हाथी और शेर की मूर्तियां बनी हुई हैं. पंचरथ महाभारत के पात्रों के नाम पर बनाया गया है.

मोदी ने दिखाया 'कृष्ण का माखन लड्डू'

पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को 'कृष्ण का माखन लड्डू' दिखाया. इस अनोखे गोल पत्थर की ऊंचाई 6 मीटर और चौड़ाई करीब 5 मीटर है. इसका वजन 250 टन है. इस अनोखे गोल पत्थर को श्री कृष्ण के ‘माखन लड्डू’ के नाम से भी जाना जाता है.

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नारियल पानी के साथ हुई मोदी और शी की चर्चा

महाबलीपुरम में ऐतिहासिक धरोहर का भ्रमण करते समय पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति ने नारियल का पानी भी पिया. साथ ही दोनों नेताओं ने बातचीत की.

शोर मंदिर पहुंचे मोदी और शी

अर्जुन तपस्या स्थल और ‘पंच रथ’ देखने के बाद पीएम मोदी और शी जिनपिंग ‘शोर मंदिर’ पहुंचे. 700-728 ईस्वी के दौरान समुद्र के पास बना हुआ शोर मंदिर वास्तुकला का अद्भुत नमूना है. ये महाबलीपुरम का प्रमुख तीर्थ स्थान है.

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सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल हुए पीएम मोदी और शी जिनपिंग

महाबलीपुरम का शोर मंदिर घूमने के बाद अब पीएम मोदी और शी जिनपिंग मंदिर परिसर के पास आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद लिया. ये सांस्कृतिक कार्यक्रम कलाक्षेत्र फाउंडेशन के छात्रों द्वारा आयोजित कराया जा रहा है.

पारंपरिक साउथ इंडियन खाने का लिया आनंद

शाम को पीएम मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ डिनर किया. इस दौरान दोनों नेताओं ने पारंपरिक साउथ इंडियन खाने का आनंद लिया. दोनों नेताओं को शानदार रात्रिभोज में अन्य व्यंजनों के साथ दालों से बनाया गया खास ‘सांभर’ भी परोसी गई. इसके अलावा पिसी दाल, विशेष मसालों और नारियल से तैयार की जाने वाली ‘अराचु विट्टा सांभर’ मेन्यू में आकर्षण का मुख्य केंद्र रही. चीनी राष्ट्रपति के लिए चुनिंदा मांसाहारी व्यंजन भी तैयार किए गए.

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