यस बैंक संकट के बाद अब केंद्रीय एजेंसियां कार्रवाई में जुट चुकी हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की तरफ से कई बड़े उद्योगपतियों को नोटिस जारी किया जा रहा है. इन सबको मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर नोटिस जारी किए गए हैं. ईडी ने रिलायंस ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी, एसेल ग्रुप के सुभाष चंद्रा, जेट एयरवेज के पूर्व चेयरमैन नरेश गोयल और डीएचएफएल के प्रमोटर कपिल वाधवान को नोटिस जारी किया है.
यस बैंक मामले को लेकर ऐसी सभी बड़ी कंपनियों के मालिकों को समन भेजा जा रहा है, जिन्होंने करोड़ों रुपये का कर्ज लिया, लेकिन वापस नहीं किया. अब ईडी उनसे इस मामले को लेकर पूछताछ कर रही है.
ईडी अधिकारियों के मुताबिक बैंक से करोड़ों का लोन लेने को लेकर इन सभी उद्योंगपतियों को नोटिस जारी किए गए हैं. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 6 मार्च की प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि अनिल अंबानी ग्रुप, एस्सेल, आईएलएफएस, डीएचएफएल और वोडाफोन जैसे कुछ ग्रुप ने यस बैंक से कर्ज लिया था.
क्या है यस बैंक का संकट मामला?
बता दें कि यस बैंक ने कई बड़ी कंपनियों को अंधाधुन लोन बांटे, जिससे उसका एनपीए और बैड लोन बढ़ गया. इसी को देखते हुए आरबीआई की सिफारिश पर भारी वित्तीय संकट से जूझ रहे यस बैंक पर सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया. इस प्रतिबंध के बाद बैंक का कोई भी खाताधारक अपने अकाउंट से 50 हजार रुपये से अधिक रकम नहीं निकाल सकता. यस बैंक के प्रोमोटर राणा कपूर ईडी की हिरासत में हैं. कपूर पर देवन हाउसिंग फायनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड (DHFL) से संबधित मनी लॉन्ड्रिंग की साजिश में शामिल होने का आरोप है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)