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यस बैंक: ED ने जांच का दायरा बढ़ाया, अब कपूर की बेटियों के घर छापे

ED मुंबई और नई दिल्ली में तीन जगहों पर तलाशी ले रही है.

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भारत
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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मुंबई में यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर से पूछताछ करने के अलावा अपनी जांच का दायरा बढ़ाते हुए उनकी तीन बेटियों के आवास पर भी छापेमारी की. ईडी के एक सूत्र ने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने यस बैंक घोटाले में अपनी जांच का विस्तार किया है और वह मुंबई और नई दिल्ली में तीन जगहों पर तलाशी ले रही है. रविवार तड़के करीब तीन बजे यस बैंक के प्रोमोटर राणा कपूर को लंबी पूछताछ के बाद ईडी ने गिरफ्तार कर लिया था. उन्हें 11 मार्च तक के लिए ईडी ने अपनी कस्टडी में लिया है.

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कपूर की तीन बेटियों के घर पर छापेमारी

सूत्र ने कहा कि राणा कपूर की तीनों बेटियों राखी कपूर टंडन, रोशनी कपूर और राधा कपूर के आवासीय परिसरों में तलाशी ली जा रही है. सूत्र ने कहा कि कपूर की बेटियों के आवासीय परिसरों की तलाशी इसलिए ली जा रही है, क्योंकि वे घोटाले की कथित लाभार्थी हैं. एजेंसी अपनी इस कार्रवाई से पहले कपूर को अपने मुंबई स्थित कार्यालय में पूछताछ के लिए लेकर आई थी.

ईडी ने शुक्रवार की रात को यस बैंक के संस्थापक के आवास पर छापेमारी की थी और मुंबई में उनके समुद्र महल स्थित आवास पर भी राणा से पूछताछ की गई थी. ईडी के अधिकारियों ने कहा कि कपूर से रातभर पूछताछ की गई और बीच में आराम का कुछ समय दिया गया.

जांच से जुड़े ईडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) को यस बैंक द्वारा दिए गए कर्जों के बारे में कपूर से पूछताछ की जा रही है.”

कपूर के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर

अधिकारी ने कहा कि तलाशी के दौरान बहुत से भ्रामक दस्तावेज पाए गए हैं और एजेंसी उसके डीएचएफएल के प्रमोटरों और अन्य कंपनियों के साथ संपर्को को लेकर पूछताछ करना चाहती है. एक कंपनी को कर्ज देने में कपूर की कथित भूमिका और उनकी पत्नी के बैंक खाते में कथित तौर पर मिली खामियां भी जांच के दायरे में हैं.
ईडी ने कपूर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है और उनके आवास पर छापा मारा गया. इसके अलावा कपूर के खिलाफ एक लुक आउट सर्कुलर भी जारी किया गया था, ताकि वह देश से बाहर न भाग सके.

ईडी ने डीएचएफएल के खिलाफ अपनी जांच जारी रखने के क्रम में कपूर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया, जिसमें कथित तौर पर पाया गया कि एक लाख फर्जी कर्जदारों का उपयोग करके 80 शेल कंपनियों को 12,500 करोड़ रुपये दिए गए. इन शेल कंपनियों के साथ लेन-देन की तारीख 2015 तक है.

नई दिल्ली में ईडी के एक अधिकारी ने बताया कि डीएचएफएल की जांच से पता चला है कि डीएचएफएल द्वारा निकाली गई धनराशि यस बैंक से ही हासिल हुई थी. उन्होंने कहा कि शुक्रवार रात कपूर के आवास पर हुई छानबीन का मकसद यस बैंक द्वारा डीएचएफएल को कर्ज देने में किसी भी तरह की अनियमितता का पता लगाना था. 

भारतीय रिजर्व बैंक ने 30 दिनों के लिए यस बैंक बोर्ड को सस्पेंड कर दिया है, जिसके बाद अब प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई सामने आई है. आरबीआई ने इसके लिए एक प्रशासक भी नियुक्त किया है और बैंक के खाताधारकों को एक महीने में केवल 50,000 रुपये निकालने की इजाजत है.
इस बीच पूर्व एसबीआई सीएफओ प्रशांत कुमार को यस बैंक का प्रशासक नियुक्त किया गया है. यस बैंक की देशभर में 1,000 से ज्यादा शाखाएं और 1,800 से ज्यादा एटीएम हैं.

(इनपुट: IANS)

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