उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ के राज में अब निशाने पर है पुरानी समाजवादी पार्टी की सरकार. इसी सिलसिले में ताजा शिकार बनी है पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की समाजवादी योजनाएं. पहले बच्चों के स्कूल बैग और राशन कार्ड से अखिलेश यादव की तस्वीर हटाने का आदेश दिया गया और अब सभी सरकारी योजनाओं से 'समाजवादी' शब्द हटाने का ऐलान.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार देर रात कई अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में योगी आदित्यनाथ ने आर्डर दिया कि सभी सरकारी योजनाओं से समाजवादी शब्द हटा दिया जाये. सरकारी योजनाओं के नाम से 'समाजवादी' शब्द हटाकर 'मुख्यमंत्री' शब्द जोड़ा जाएगा.
सीएम योगी ने यह फैसला यूपी सरकार के अधिकारियों के साथ राज्य की योजनाओं के लिए दूसरी प्रेजेंटेशन बैठक के दौरान लिया.
समाजवादी योजनाओं के बदले जाएंगे नाम
अखिलेश यादव सरकार के समय कई सरकारी योजनाओं का नाम समाजवादी शब्द से शुरू हुआ था.
इसमें समाजवादी आवास योजना, समाजवादी पेंशन योजना, समाजवादी एंबुलेंस, समाजवादी युवा स्वरोजगार और समाजवादी स्मार्टफोन जैसी योजनाएं हैं.
नाम बदलने के पीछे का सियासी खेल
राजनीतिक गलियारों में सरकारी योजनाओं से समाजवादी शब्द हटाने का फैसला सियासी फैसला माना जा रहा है. उत्तर प्रदेश में सरकार बदलने पर नाम बदलने की राजनीति कोई नई नहीं है.
2007 में सत्ता में आने के बाद मायावती ने पूर्व की समाजवादी पार्टी सरकार की योजनाओं के नामों को बदल दिया था. इसके बाद 2012 में सत्ता में वापसी करने के बाद समाजवादी पार्टी ने भी बीएसपी सरकार की कई योजनाओं के नाम बदलकर नए नाम रख दिए थे.
अब बीजेपी सरकार भी योजनाओं के नाम बदल रही है.
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