उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने राज्य के सभी कॉलेजों और यूनिवर्सिटी में मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर बैन लगा दिया है. हाइयर एजुकेशन ऑफ डायरेक्टोरेट ने इसे लेकर एक सर्कुलर जारी किया है. सर्कुलर में यूनिवर्सिटी और कॉलेजों के अंदर फोन के इस्तेमाल पर पूरी तरह से बैन लगा दिया गया है.
स्टूडेंट्स को अब यूनिवर्सिटी और कॉलेजों के अंदर मोबाइल फोन लेकर आने या उपयोग करने की अनुमति नहीं होगी. ये बैन प्रदेश के यूनिवर्सिटी और कॉलेजों के शिक्षकों पर भी लागू होगा.
डायरेक्टोरेट ने राज्य के सभी छात्रों के लिए शिक्षा का बेहतर माहौल सुनिश्चित करने के लिए ये फैसला लिया है.
सरकार ने पाया कि कॉलेजों में छात्र और शिक्षक बड़ी संख्या में पढ़ाई के समय मोबाइल फोन पर अपना कीमती समय व्यतीत करते हैं.
ट्विटर पर फैसले की आलोचना
योगी सरकार के इस फैसले की सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हो रही है. यूजर्स ने कहा है कि यूपी सीएम लगता है भूल गए हैं कि ये 2019 है.
एक यूजर ने तंज कसते हुए लिखा, ‘शुक्र है, उन्होंने यूपी में कॉलेज और यूनिवर्सिटी बैन नहीं की.’
एक यूजर ने तंज कसा, ‘आखिरकार, यूपी के मुख्यमंत्री ने राज्य के कॉलेज और यूनिवर्सिटी में मोबाइल बैन कर मोबाइल की समस्या को हल कर दिया. बेरोजगार लोग मोबाइल का डिपॉजिट कॉलेज-यूनिवर्सिटी में जमा करा सकते हैं.’
एक यूजर ने सीएम से सवाल करते हुए पूछा, ‘मोबाइल फोन बैन करने से पढ़ाई का बेहतर माहौल कैसे सुनिश्चित होगा?’
बैठकों से भी बैन हो चुका है मोबाइल फोन
इसके साथ ही योगी आदित्यनाथ ने आधिकारिक बैठकों के दौरान भी मोबाइल फोन के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया है, जिसमें कैबिनेट बैठकें भी शामिल हैं. कुछ मंत्रियों और अधिकारियों ने महत्वपूर्ण बैठकों के दौरान WhatsApp पर मैसेज पढ़ने में व्यस्त पाए जाने के बाद ये निर्णय लिया गया.
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