भारतीय रेल लोगों की यात्रा को आसान बनाने की कोशिश हर दिन कर रहा है. भारतीय रेलवे की सहायक कंपनी इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉर्पोरेशन (IRCTC) के जरिए लोग ट्रेन टिकट की ऑनलाइन बुकिंग करते हैं. त्योहारों या वीकेंड के दौरान भीड़ के कारण यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. स्पेशल ट्रेन चलाए जाने के बाद भी वेटिंग लिस्ट काफी लंबी होने के कारण लोगों को कंफर्म टिकट नहीं मिल पाता है. कई यात्री टिकट बिना कंफर्म हुए ही ट्रेन में सवाल हो जाते हैं.
हम आपको आईआरसीटीसी वेटिंग टिकट रूल्स (IRCTC Waiting Ticket Rules) के बारे में ऐसी पांच बात बता रहे हैं, जिन्हें ट्रेन से यात्रा करने वालों का जानना जरूरी होता है.
- नियम के मुताबिक, जिन यात्रियों के नाम आंशिक रूप से पुष्ट या आंशिक प्रतीक्षा लिस्ट या आंशिक रूप से RAC (रिजर्वेशन अगेंस्ट कैंसिलेशन) लिस्ट में शामिल होते हैं, उनके नाम वेटलिस्ट यात्रियों में दिखाई देते हैं.
- चार्ट तैयार होने के बाद जिन यात्रियों का टिकट कंफर्म होता है या जिन्हें RAC मिलता है, उनके नाम लिस्ट में जोड़ लिए जाते हैं और वह ट्रेन में सवार हो सकते हैं.
- ग्राहकों या एजेंट को IRCTC की वेबसाइट से ई-टिकट कैसिंल करने की अनुमति चार्ट तैयाक होने से पहले दी जाती है.
- चार्ट तैयार होने के बाद वेटिंग लिस्ट में शामिल यात्रियों के नाम हटा दिए जाते हैं. चार्ट में नाम न होने के कारण उन्हें ट्रेन में चढ़ने की अनुमति नहीं होती है. वेटिंग लिस्ट में नाम वाले यात्री अगर बिना टिकट यात्रा करते हैं तो रेलवे के मौजूदा नियमों के मुताबिक, वह यात्री माना जाएगा.
- आईआरसीटीसी के अनुसार, चार्ट तैयार होने के बाद यात्रियों की वेटिंग लिस्ट को रद्द किया जाता है और रिफंड ग्राहक के खाते में भेज दिया जाता है.
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