केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि डेढ़ साल बाद यमुना का पानी पीने लायक हो जाएगा. उन्होंने कहा कि इस नदी को साफ करने की दिशा में उनकी सरकार के कदमों की वजह से ऐसा होगा. द टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, गडकरी ने यह बात उत्तर-पूर्वी दिल्ली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कही.
दिल्ली में 13 प्रोजेक्ट पर काम जारी: गडकरी
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री गडकरी ने बताया कि केंद्र सरकार ने नदी की सफाई के लिए नमामि गंगे प्रोगाम के तहत 4500 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी है.
उन्होंने कहा...
हमें भरोसा है कि मार्च 2020 तक गंगा 100% साफ हो जाएगी. इसके लिए यमुना को भी साफ करना होगा. हमने हरियाणा में दो प्रोजेक्ट और हिमाचल प्रदेश में एक प्रोजेक्ट को पूरा कर लिया है. दिल्ली में 13 प्रोजेक्ट पर काम जारी है. मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि यमुना साफ हो जाएगी.नितिन गडकरी
'यमुना में चल सकते हैं सीप्लेन'
यमुना के बारे में गडकरी ने कहा, ''इस नदी को सीप्लेन चलाने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है. दिल्ली में एंटरप्रेन्योर्स के लिए यह अच्छा बिजनेस साबित हो सकता है. हमारी सरकार इसके लिए आपको जरूरी स्वीकृति देगी.''
गडकरी शनिवार को एक सड़क मार्ग परियोजना के शिलान्यास समारोह को संबोधित कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कहा, ''दिल्ली में वायु और जल प्रदूषण की समस्या है. जगह-जगह जाम लग जाता है. हमने दिल्ली को भीड़-भाड़ से निजात दिलाने के लिए 50,000 करोड़ रुपये की राजमार्ग परियोजनाएं लाने का फैसला किया है.''
पहले भी सामने आते रहे हैं यमुना की सफाई पर दावे
आपको बता दें कि पहले भी यमुना की सफाई को लेकर बड़े-बड़े दावे सामने आते रहे हैं. लेकिन आज भी इस नदी की हालत में कोई सुधार नहीं दिखता. इससे पहले साल 2014 में जापान इंटरनेशनल कोरपोरेशन एजेंसी (JICA) के एक पूर्व चीफ ने कहा था कि वह 2017 तक यमुना में तैरने और इसका पानी पीने की उम्मीद करते हैं. JICA यमुना एक्शन प्लान के तहत सीवरेज प्लांट और अन्य परियोजनाओं के लिए मुख्य फंडिंग एजेंसी है.
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