दिल्ली में एक सड़क दुर्घटना में मारे गए जौमैटो डिलीवरी एग्जिक्यूटिव सलिल त्रिपाठी के परिवार की मदद के लिए कई लोग आगे आए हैं. 8 जनवरी की रात को, त्रिपाठी एक ऑर्डर की डिलीवरी कर रहे थे, जब एक SUV ने उनकी बाइक में टक्कर मार दी और उनकी मौके पर मौत हो गई.
होटल मैनेजनेंट में ग्रेजुएट, सलिल त्रिपाठी होटल इंडस्ट्री में करीब 15 सालों से काम कर रहे थे. वो एक रेस्टोरेंट में मैनेजर थे, लेकिन कोविड लॉकडाउन के दौरान उनकी नौकरी चली गई. इस दौरान उनके पिता की भी कोविड से मौत हो गई. घर चलाने के लिए, वो जोमैटो में बतौर डिलीवरी एग्जीक्यूटिव काम करने लगे.
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, त्रिपाठी के परिवार ने बताया कि वो दिन में करीब 7 से 8 घंटे काम करते थे और काम के हिसाब से महीने का करीब 8 से 10 हजार रुपये कमा रहे थे. कोविड से पहले, रेस्टोरेंट में वो हर महीने 40 से 50 हजार रुपये तक कमा रहे थे.
त्रिपाठी के परिवार में उनकी पत्नी और 10 साल का बेटा है.
मदद को आगे आए लोग
सलिल त्रिपाठी के परिवार की मदद करने के लिए कई हाथ आगे आए हैं. फिल्ममेकर मनीष मुंद्रा ने त्रिपाठी की पत्नी, सुचेता के अकाउंट में 4 लाख रुपये ट्रांसफर किए हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, लोग देश के अलग-अलग कोनों से परिवार के लिए आर्थिक मदद भेज रहे हैं. त्रिपाठी के एक पूर्व सहयोगी ने पब्लिकेशन से कहा, "मैंने उनके साथ साल 2010 में काम किया था. वो एक सच्चे व्यक्ति थे, हमेशा मुस्कुराते रहते थे. उस समय, वो होटल पार्क प्लाजा के फूड एंड बेवरेज सेक्शन के प्रमुख के तौर पर काम कर रहे थे. वो ज्यादा घंटे काम करते थे, लेकिन कभी शिकायत नहीं करते थे. मैं उनके पूर्व सहयोगियों और होटल इंडस्ट्री के लोगों से फंडरेजर को लेकर बात कर रहा हूं."
कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो त्रिपाठी के बेटे की पढ़ाई में योगदान देना चाहते हैं.
मदद पाकर अभिभूत परिवार
परिवार ने कहा कि वो अजनबियों द्वारा दी जा रही सहायता से 'अभिभूत' थे. उनके भाई मनीष ने कहा, "सलिल ने परिवार में सभी की मदद की - वो अपनी पत्नी, बेटे की देखभाल कर रहा था और अयोध्या में हमें पैसे भी भेजता था. मुझे खुशी है कि लोग सुचेता की मदद कर रहे हैं. उनके पास कोई नौकरी नहीं है और उनका एक छोटा बेटा है. मैं चाहता हूं कि वो दिल्ली में रहें और अच्छी जिंदगी बिताएं."
जोमैटो के एक प्रवक्ता ने कहा कि उनकी टीम परिवार के संपर्क में है. बतौर जोमैटो, "हम उनकी आर्थिक मदद करेंगे. इंश्योरेंस पार्टनर की ओर से थोड़ी देरी हुई, लेकिन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है."
गाड़ी चला रहे आरोपी कांस्टेबल जिले सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसे ड्यूटी से निलंबित कर दिया गया है. उस पर लापरवाही से गाड़ी चलाने और दूसरी धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. डीसीपी (रोहिणी) प्रणव तायल ने कहा, "सिंह, बुध विहार पुलिस स्टेशन में तैनात थे और घर जा रहे थे जब ये दुर्घटना हुई. हम जांच कर रहे हैं."
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