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भारतीय नौसेना ने समुद्री डाकुओ के चंगुल से श्रीलंका के छह मछुआरों को बचाया

भारतीय नौसेना ने 28 जनवरी को कोच्चि से आईएनएस शारदा को तैनात किया था.

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भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने एक बार फिर हिंद महासागर (Indian Ocean) में बहादुरी का परिचय दिया है. इस बार भारतीय नौसेना ने श्रीलंकाई मछुआरों को बचाया है. दरअसल, सोमालिया के समुद्री डाकुओ ने हिंद महासागर में मछली पड़कने गई श्रीलंकाई जहाज को हाईजैक कर लिया था. जिसके बाद भारतीय नौसेना ने सेशेल्स रक्षा बलों और श्रीलंकाई नौसेना के सहयोग से अपहृत जहाज को सफलतापूर्वक रोका और बचाया.

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27 जनवरी को हुआ था अपहरण

हाईजैक की घटना सोमालिया के मोगादिशु से लगभग 955 नॉटिकल मील पूर्व में श्रीलंकाई मछली पकड़ने वाले ट्रॉलर लोरेन्जो पुथा 04 पर हुई थी. यह घटना 27 जनवरी की बताई जा रही है. जब तीन समुद्री डाकू मछली पकड़ने वाली ट्रॉलर पर चढ़ गए और उसे हाईजैक कर लिया था.

भारतीय नौसेना के मुताबिक,

तीन समुद्री लुटेरों ने सेशेल्स तट रक्षक (एससीजी) के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है. मछली पकड़ने वाली नौका के चालक दल के सभी छह सदस्य सुरक्षित हैं और जहाज को माहे ले जाया जा रहा है.

INS शारदा ने दिया काम को अंजाम 

भारतीय नौसेना ने 28 जनवरी को कोच्चि से आईएनएस शारदा को तैनात किया और अपहृत मछली पकड़ने वाले जहाज का पता लगाने और उसे रोकने के लिए हेल सी गार्डियन को भी काम सौंपा.

एक अधिकारी ने कहा कि नई दिल्ली में श्रीलंका और सेशेल्स अंतर्राष्ट्रीय संपर्क अधिकारियों के जरिए कुशल परिचालन समन्वय और सूचना साझा किया गया. परिणामस्वरूप 29 जनवरी को सेशेल्स ईईजेड में एससीजीएस पुखराज द्वारा अपहृत मछली पकड़ने वाले जहाज को रोक लिया गया.

अधिकारी ने कहा, इससे पहले भी मंगलवार को भारतीय नौसैनिक जहाज सुमित्रा ने एफवी इमान पर समुद्री डकैती के प्रयास को विफल कर दिया था. सोमालिया के पूर्वी तट पर एक और सफल समुद्री डकैती विरोधी अभियान को अंजाम देकर 19 पाकिस्तानी नागरिकों को छुड़ाया था. जिसमें मछली पकड़ने वाले जहाज अल नईमी और उसके चालक दल को 11 सोमाली समुद्री डाकुओं से बचाया गया.

(इनपुट: IANS)

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