बड़ी संख्या में आम लोग ट्रेन के जनरल क्लास में यात्रा करते हैं, जहां न एसी की ठंडी हवा होती है न कोई खास सुविधा. लेकिन फिलहाल जनरल डिब्बे में सफर करने वाले यात्रियों के लिए एक राहत की खबर आई है.
रेलवे अधिकारियों के हवाले से ये जानकारी सामने आई है कि रेलवे ने जनरल कोच के यात्रियों के लिए स्पेशल रूप से डिजाइन किया गया किफायती भोजन और पानी देने का फैसला किया है, ताकि उनकी यात्रा बेहतर हो सके. रेलवे बोर्ड द्वारा जारी एक आदेश के अनुसार, भोजन परोसने वाले काउंटरों को जनरल डिब्बों के अनुरूप प्लेटफार्मों पर रखा जाएगा.
भोजन को दो केटेगरी में बांटा गया है. टाइप वन में 20 रुपये में सूखे 'आलू' और अचार के साथ सात 'पूरियां' शामिल हैं. टाइप दो में भोजन की थाली 50 रुपये की होगी और यात्रियों को चावल, राजमा, छोले, खिचड़ी जैसे दक्षिण भारतीय भोजन की पेशकश की जाएगी. कुल्चे, भटूरे, पाओ-भाजी और मसाला डोसा.
रेलवे बोर्ड ने संबंधित अधिकारियों को जीएस कोचों के पास प्लेटफॉर्म पर रखे जाने वाले काउंटरों के माध्यम से किफायती भोजन और किफायती दर पर पानी की बोतल देने का निर्देश जारी किया है.
जीएस कोच जनरल सीटिंग कोच है. यह दूसरी श्रेणी का अनारक्षित कोच है.
आम तौर पर मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों सहित हर ट्रेन में कम से कम दो जीएस कोच होते हैं, एक लोकोमोटिव के पास और एक ट्रेन के अंत में. काउंटर से खरीदा गया जनरल/अनारक्षित टिकट वाला कोई भी व्यक्ति उन डिब्बों में यात्रा कर सकता है.
आदेश में कहा गया है कि भोजन की आपूर्ति आईआरसीटीसी की रसोई इकाइयों (जलपान कक्ष - आरआर और जन आहार - जेए) से की जानी है.
इसमें कहा गया है कि इन काउंटरों का स्थान रेलवे जोन द्वारा तय किया जाना है ताकि इन काउंटरों को प्लेटफार्मों पर जीएस कोचों के स्थान के साथ एलाइन किया जा सके.
प्लेटफार्मों पर इस विस्तारित सेवा काउंटर का प्रावधान छह महीने की अवधि के लिए एक्सपेरिमेंट के आधार पर किया गया है.
अब तक, यह सुविधा 51 स्टेशनों पर लागू किया गया है. अधिकारियों ने बताया कि इन काउंटरों पर 200 एमएल के पीने के पानी के गिलास उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है. इसके साथ ही लोगों सिर्फ तीन रुपये में पानी का 200 मिली का गिलास देने का प्लान है, आमतौर पर स्टेशनों पर पानी की एक लीटर की बोतल 15 रुपये में मिलती है.
अधिकारियों ने कहा कि इसे यात्रियों की सुविधा के लिए शुरू किया गया है, खासकर इन कोचों में जहां अक्सर भीड़भाड़ रहती है.
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