ग्रैमी अवॉर्ड का ऐलान हो चुका है. इस बार एक भारतीय तबला वादक संदीप दास को भी यह अवॉर्ड मिला है. यह अवॉर्ड उन्हें वर्ल्ड म्यूजिक कैटेगिरी में मिला है. वहीं सितारवादक अनुष्का शंकर छठी बार भी अपने विश्व संगीत नामांकन को ग्रैमी पुरस्कार में तब्दील करने में नाकामयाब रहीं.
अनुष्का शंकर के हाथ फिर रहे खाली
अमेरिकन-चाइनीज एल्बम यो यो मा के वायलिन वादक ने उन्हें मात देते हुए इस साल का ग्रैमी अपने नाम किया. यो यो मा को सर्वश्रेष्ठ विश्व संगीत एल्बम श्रेणी में उनकी एल्बम ‘सिंग मी होम’ के लिए नवाजा गया, उनका यह 19वां ग्रैमी पुरस्कार है. अनुष्का को उनकी एल्बम ‘लैंड ऑफ गोल्ड’ के लिए नामित किया गया था, जो वैश्विक शरणार्थी संकट पर आधारित है.
अनुष्का शंकर पहली बार 20 साल की उम्र में ग्रैमी अवॉर्ड्स के लिए नॉमिनेट हुई थीं, लेकिन वह अभी तक यह अवॉर्ड हासिल नहीं कर पाई हैं. उनके पिता और भारतीय सितार दिग्गज पंडित रविशंकर ने कुल 4 ग्रैमी अपने नाम किए थे. उन्हें 2 बार व्यक्तिगत और 2 बार साझा ग्रैमी अवॉर्ड्स मिले हैं.
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