गोरखपुर (Gorakhpur) पुलिस पर वसूली के चक्कर में हत्या का आरोप लगा तो डीएम से लेकर सीएम तक हरकत में आए. सीएम (UP CM) ने खुद कहा कि किसी को बख्शा नहीं जाएगा. लगा कि कड़ा संदेश दिया जा रहा है, कुछ बदलेगा लेकिन अलीगढ़ से ऐसा मामला आया है जो बताता है कि कुछ नहीं बदला है.
आरोप है कि बुलन्दशहर (Bulandshahar) कोतवाली में तैनात एक इंस्पेक्टर अजय कुमार ने अधिकारियों को जानकारी दिए बिना अलीगढ़ में दबिश दे दी. रिपोर्ट्स के मुताबिक उद्योगपति के खिलाफ थाना हरदुआगंज में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज था. जिसके बाद आरोपी इंस्पेक्टर ने खुद को नगर कोतवाल बताकर अलीगढ़ (Aligarh) के एक उद्योगपति को स्कॉर्पियो में डाला और पिटाई की.
आइजी रेंज मेरठ प्रवीण कुमार के संज्ञान में मामला आया तो आरोपित इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया.
आरोपी ने अलीगढ़ जिले के थाना हरदुआगंज क्षेत्र के मोहल्ला तालानगरी में अपने साथियों के साथ गुरुवार को दबिश दी थी. पुलिस उद्योगपति अभिषेक तिवारी को उनकी फैक्ट्री से उठाकर अपनी स्कॉर्पियो में डालकर सड़कों पर घूमती रही.
रिपोर्ट्स के मुताबिक तीन पुलिसकर्मीयों ने मिलकर पिटाई की और 40 मिनट बाद अलीगढ़ में छोड़कर चले गए.
पीड़ित अभिषेक तिवारी ने अजय कुमार समेत तीनों आरोपियों को नामजद करते हुए थाना हरदुआगंज में मुकदमा दर्ज कराया है. शुक्रवार को व्यापारियों का एक प्रतिनिधिमंडल आइजी रेंज प्रवीण कुमार से मिला और मामले की शिकायत की.
मामले में आईजी रेंज ने एसएसपी संतोष कुमार से संबंधित रिपोर्ट मांगी थी. आईजी रेंज मेरठ प्रवीण कुमार के आदेश पर तत्काल प्रभाव से इंस्पेक्टर अजय कुमार को निलंबित किया गया.
बता दें कि गोरखपुर में पुलिसकर्मियों पर आरोप है कि उन्होंने होटल में ठहरे कारोबारी मनीष गुप्ता को पीट-पीटकर मार डाला.
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