ADVERTISEMENTREMOVE AD

दिल्ली: जामिया के 16 छात्र बिहार प्रशासनिक सेवा के लिए क्वालिफाई

बिहार प्रशासनिक सेवा की परीक्षा पास करने वाले युवाओं में 6 लड़कियां भी शामिल हैं

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा
ADVERTISEMENTREMOVE AD

नई दिल्ली, 08 जून (आईएएनएस)। जामिया मिलिया इस्लामिया की आवासीय कोचिंग अकादमी (आरसीए) में कोचिंग और प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले 16 छात्रों ने बिहार बिहार प्रशासनिक सेवा की परीक्षा पास की है। बिहार प्रशासनिक सेवा की परीक्षा पास करने वाले युवाओं में 6 लड़कियां भी शामिल हैं।

चयनित छात्रों को बिहार में एसडीएम, डीएसपी, राजस्व अधिकारी, वाणिज्यिक कर अधिकारी, जिला लेखा परीक्षा अधिकारी, सहायक निदेशक समाज कल्याण विभाग आदि के रूप में नियुक्त किया जाएगा।

इन सभी युवाओं ने बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) 64वीं संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (सीसीई) पास की है। इस अवसर पर जामिया की कुलपति प्रोफेसर नजमा अख्तर ने सफल उम्मीदवारों और जामिया बिरादरी को बधाई दी।

प्रोफेसर नजमा अख्तर ने कहा कि वर्तमान कोविड-19 महामारी के कारण कई कठिनाइयों का सामना करने के बावजूद, आरसीए, जामिया ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है।

जामिया की कुलपति ने कहा, यह विश्वविद्यालय के लिए बहुत सम्मान की बात है कि महामारी के दौर में भी आरसीए इतने सारे सिविल सेवकों को तैयार कर सका है। यह विभिन्न संस्थानों द्वारा संचालित सभी सार्वजनिक कोचिंग केंद्रों के मुकाबले सबसे अधिक संख्या है। हम उम्मीद करते हैं कि इसमें और सुधार होगा।

63वीं बीपीएससी संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (सीसीई) में आरसीए जामिइ के 12 छात्रों का पिछले साल भी चयन किया गया था।

हाल ही में, आरसीए जामिइ के 4 छात्रों को उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के लिए चुना गया था, जिसमें संचिता शर्मा भी शामिल थीं, जिन्होंने पहला स्थान हासिल किया था।

गौरतलब है कि आरसीए, जेएमआई के 43 छात्रों ने यूपीएससी- सिविल सर्विसेज मेन्स परीक्षा -2020 को पास किया है। ये छात्र अब साक्षात्कार, व्यक्तित्व परीक्षण में शामिल होंगे, जो जुलाई या अगस्त, 2021 में आयोजित होने की उम्मीद है।

--आईएएनएस

जीसीबी/एएनएम

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×