बेंगलुरु, 30 अप्रैल (भाषा) कर्नाटक सरकार ने लॉकडाउन के चलते राज्य के विभिन्न हिस्सों में फंसे प्रवासी श्रमिकों, पर्यटकों, विद्यार्थियों एवं अन्य लोगों को अपने मूल स्थानों को जाने देने का बृहस्पतिवार को निर्णय लिया। बुधवार को केंद्र ने इस प्रक्रिया का दिशानिर्देश जारी किया था।
कानून एवं संसदीय कार्य मंत्री जे सी मधुस्वामी ने बताया कि यह एकबारगी यात्रा होगी और सरकार जरूरतमंदों के लिए बसों का इंतजाम करेगी लेकिन खर्च उन्हें ही वहन करना होगा।
उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग राज्य को लौटने को इच्छुक हैं उन्हें कोविड-19 को लेकर परीक्षण से गुजरना होगा।
उन्होंने कहा कि राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में यह निर्णय लिया गया और यह शुक्रवार को प्रभाव में आ जायेगा क्योंकि मुख्य सचिव को ही आधिकारिक आदेश जारी करना होगा।
मधुस्वामी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों की आवाजाही पर निर्णय लिया है और केंद्र ने इस संबंध में परिपत्र जारी किया था। उसके बाद हमने अंतर-राज्यीय एवं अंतर-जिला आवाजाही की अनुमति देने का निर्णय लिया है।’’
केंद्रीय गृहमंत्रालय ने बुधवार बुधवार को आदेश जारी करके देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे प्रवासी श्रमिकों, पर्यटकों, विद्यार्थियों एवं अन्य लोगों को कुछ शर्तों के साथ अपने संबंधित स्थानों पर जाने की अनुमति दी है।
मंत्री ने कहा कि कर्नाटक में सैलून और शराब की दुकानें खोलने का फैसला तीन मई के बाद किया जाएगा।
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