उत्तर प्रदेश के कासगंज (Kasganj) जिले की सदर कोतवाली में बीजेपी (BJP) कार्यकर्ता और भारतीय किसान यूनियन स्वराज (BKY) के किसानों के बीच हंगामे के बाद झड़प हो गई, पुलिस को बवाल शांत कराने के लिए लाठियां तक चलानी पड़ी. इस दौरान एक किसान घायल हो गया. यह किसान पुलिस अधिकारी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे.
पूरा मामला यह है कि कासगंज के सदर थाना पुलिस के एक उपनिरीक्षक के खिलाफ कोतवाली सदर में धरना दे रहे भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी जिलाध्यक्ष केपी सिंह सोलंकी को दलाल बताकर नारेबाजी की और उनका विरोध जताया.
बीजेपी जिलाध्यक्ष और सांसद के खिलाफ नारेबाजी की सूचना जैसे ही बीजेपी कार्यकर्ताओं को मिली तो वे सभी कोतवाली को घेरने के लिए पहुंच गए. इस बीच दोनों के बीच झड़प हो गई. जब भारतीय किसान यूनियन स्वराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप पांडेय भी थाने पहुंचे तो किसान कार्यकर्ता उग्र हो गए और बीजेपी जिलाध्यक्ष और एटा सांसद राजवीर सिंह राजू भैया के खिलाफ नारेबाजी करने लगे.
भारतीय किसान यूनियन (स्वराज) के अध्यक्ष ने आरोप लगाया है कि बीजेपी नेताओं ने उनकी हत्या की साजिश रची और उनकी गाड़ी को घेरकर हत्या का प्रयास किया. जब थाने पर बवाल हो रहा था, इसी बीच भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया. जब किसानों ने पुलिस का विरोध किया तो पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें एक किसान घायल हो गया.
किसान नेता ने थाने के दरोगा पर रिश्वत लेने का आरोप लगाया, जिसका किसान विरोध कर रहे थे उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी सांसद के गुर्गों ने पुलिस के साथ मिलकर किसानों पर हमला किया.
किसान नेता कुलदीप पांडेय ने किसान मोर्चा के वरिष्ठ नेताओं से कासगंज आने की अपील की है और अपर पुलिस अधीक्षक ने शांति बनाए रखने की अपील की है.
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