केजरीवाल ने सोमवार को अयोध्या का दौरा किया था और सरयू नदी पर शाम की आरती में शामिल हुए थे। मंगलवार को केजरीवाल भगवान हनुमान और रामलला मंदिरों में पूजा-अर्चना करेंगे।
क्रिकेटर से नेता बने गंभीर ने कहा, दिल्ली के मुख्यमंत्री राजनीति में पाखंड और दोहरे मापदंड का दूसरा नाम हैं।
उन्होंने आगे कहा, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी और इस तरह की पार्टियां केजरीवाल से बेहतर हैं।
कुछ मायनों में, एआईएमआईएम जैसी पार्टियां केजरीवाल से बेहतर हैं, क्योंकि वे अपने सांप्रदायिक एजेंडे के साथ स्पष्ट हैं और उसी के अनुसार काम करते हैं। दूसरी ओर दिल्ली के मुख्यमंत्री का वास्तव में कोई चरित्र या विचारधारा नहीं है। हम सभी जानते हैं कि उन्होंने और उनकी पार्टी के नेताओं ने पहले भी कई मौकों पर राम मंदिर के मुद्दे पर क्या कहा है और अब वह अयोध्या जाकर अपने पापों को धोने की कोशिश कर रहे हैं।
गंभीर ने कहा कि केजरीवाल जैसे नेता समाज के लिए एक सबक हैं कि वे मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए कुछ भी कर सकते हैं।
केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) 2022 उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है। आप प्रमुख और उनकी पार्टी के नेता चुनाव में अपनी छाप छोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
अपने दौरे के दौरान केजरीवाल ने अयोध्या में कहा था, अगर भारत के 130 करोड़ लोग मतभेदों और भेदभाव की सभी दीवारों को तोड़कर एक परिवार की तरह काम करते हैं, तो इसे दुनिया में एक बड़ी शक्ति बनने से कोई नहीं रोक सकता।
--आईएएनएस
एचके/आरजेएस
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)