मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के खरगोन (Khargone) में रामनवमी (Ramnavmi) के दिन सांप्रदायिक तनाव के बाद प्रशासन ने शहर में कुछ जगहों पर दीवार खड़ी कर दी. कई जगहों पर बैरिकेडिंग भी की गई है. क्विंट के रिपोर्टर विष्णुकांत तिवारी ने ग्राउंड जीरो पर जा कर स्थिति का जायजा लिया और स्थानीय लोगों से बात की.
खसखसवाड़ी के निवासी अकबर बागबान ने कहा कि, 10 अप्रैल को हुई हिंसा के बाद कई लोग अलग-अलग रहना चाह रहे थे और प्रशासन ने भी कहा कि थोड़ी दूरी रखना सही रहेगा, इसलिए दीवार बना दी. लेकिन मुझे अपने पिता को घर तक लाने में परेशानी हो रही है, वे पैरेलाइज है, रास्ता बंद होने से दूसरी गली से उन्हें लाना मुश्किल है. बच्चे भी अब डरे-डरे रहते हैं.
अकबर ने कहा दीवार लगाने से दोनों समुदायों के बीच संबंध अच्छे कैसे होंगे इससे तो दोनों समुदायों के बीच दूरियां बढ़ेंगी.
यहां पास ही के जमींदार मोहल्ले के निवासी गोपाल कृष्ण ने कहा कि, हम लोग परेशान हो गए थे, हमारी बहू-बेटियां बाहर नहीं निकल पा रही थी. यहां पर वे लोग रात भर पत्ते खेलते, मोबाइल चलाते रहते. इसलिए हमने प्रशासन को आवेदन दिया कि हम या तो घर बेच कर चले जाएंगे या तो दीवार बनवाई जाए.
उन्होंने बताया कि, दीवार बनने के बाद से शांति है. ऐसी बात नहीं है, कुछ मुसलमान अच्छे भी हैं.
इसके सामने की गली की कई मुस्लिम महिलाओं ने बताया कि जहां बैरिकेडिंग की गई वहीं से बच्चे स्कूल जाते थे, कचरा उठाने वाली गाड़ी आती थी, दूध वाला आता था, हमारा आना जाना था, लेकिन अब लंबे रास्ते से ये सारे काम होते हैं. शिवकन्या गुर्जर ने कहा कि इससे हिंदू मुस्लिम में दिक्कतें और बढ़ेंगी.
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