मध्यप्रदेश के खरगौन जिले में महाशिवरात्रि के मौके पर शनिवार को दलित समाज और गुर्जर समाज के बीच जमकर ईंट-पत्थर चले. दरअसल, सनावद तहसील के ग्राम छापरा में शनिवार सुबह महाशिवरात्रि पर्व के चलते शिव मंदिर में गुर्जर समाज की महिलाएं पूजा अर्चना कर रही थीं. तभी दलित समाज की कुछ लड़कियां शिव मंदिर में आरती की थाली लेकर पूजा करने पहुंचीं. आरोप है कि इन लड़कियों को शिव मंदिर समिति अध्यक्ष भैयालाल पटेल ने मंदिर में घुसने नहीं दिया और धक्का देकर बाहर कर दिया.
दलित समाज की लड़कियों को मंदिर में घुसने नहीं देने से आक्रोशित दलित समाज के युवक मंदिर पहुंचे. दोनों पक्षों में विवाद इतना बढ़ा की गुर्जर समाज और दलित समाज के लोगों के बीच में पत्थरबाजी शुरू हो गई. 1 दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए, जिसमें दलित समाज की महिलाएं बच्चे और युवा भी शामिल थे. गुर्जर समाज के 3 लोग घायल हुए हैं.
दलित समाज की लड़की ने बताया कि...
हम पांच लड़कियां आरती की थाली लेकर शिव मंदिर में पूजा करने पहुंचीं. वहां, मौजूद गुर्जर समाज के भैयालाल और अन्य लोगों ने हम लड़कियों को अंदर जाने से रोका और धक्का-मुक्की की. इस बीच दलित समाज के कुछ युवक वहां पर आ गए. इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में एक दूसरे पर पथराव हुआ.
गुर्जर समाज के भैयालाल ने बताया की शिव मंदिर परिसर में वर्षों पुराने पेड़ काटने को लेकर विवाद था, जिसे तहसीलदार साहब ने मिलकर समझाइश दी और सभी ने एकमत होकर सभी समाज के लोगों को मंदिर में आने जाने में कोई रोक नहीं थी. मंदिर में दलित समाज के प्रेमलाल, सुखदेव और उसके साथ चार पांच युवक शराब पीकर हाथ में कुल्हाड़ी लेकर मंदिर में घुसने का प्रयास कर रहे थे. मैंने उन्हें रोका. वे नहीं माने तो उन्हें मैंने धक्का दिया. इस बीच प्रेम लाल ने मेरे ऊपर कुल्हाड़ी से वार करना चाहा. मैंने अपने हाथ से रोका तो मेरी उंगली पर कुल्हाड़ी लगी. मैंने उससे कुल्हाड़ी छीन कर मंदिर के पास मौजूद पुलिस के जवान को कुल्हाड़ी दी.
मंदिर के पास ही सुखदेव का मकान है. उसकी छत पर जमा ईटों से दलित समाज के लोगों ने हम पर पथराव किया. उसके विरोध में इधर से भी पथराव किया गया. इस पथराव के चलते योगेश पिता शिशुपाल शिवनारायण पटेल घायल हो गए. दलित समाज के 12 लोग घायल हो गए. घायलों में प्रेमलाल, सुखदेव के साथ बच्चे और महिलाओ के सिरों पर पत्थर लगे हैं.
मंदिर में प्रवेश को लेकर हुए विवाद मे दोनों पक्षों में पथराव हुआ है. कुछ लोग घायल हुए हैं. दोनों पक्षों की ओर से प्रकरण फाइल किए जा रहे हैं. दोनों के खिलाफ प्रकरण दर्ज होंगे, जो भी आरोपी होंगे उन सब की गिरफ्तारी होगी.विनोद दीक्षित, एसडीओपी
दलित समाज की ओर से फरियादी प्रेमलाल पिता नानकराम की ओर से Fir दर्ज कराई गई है, जिसमें पथराव में समाज के 12 लोग घायल हुए हैं. गुर्जर समाज के 16 आरोपियो पर अजजा एक्ट की तीन धाराओं के साथ बलवा मारपीट अशांति फैलाने की धाराएं लगाई हैं.
गुर्जर समाज की ओर से फरयादी रविन्द्र पिता ताराजी राव मराठा की रिपोर्ट पर दलित समाज के 33 लोगों को आरोपी बनाया है. भैयालाल, योगेश और शिवनारायण घायल हुए हैं, जिनका मेडिकल हुआ है. दलित समाज के आरोपियों पर बलवा मारपीट अशांति फैलाने की धाराएं लगाई हैं.
इस बीच बलाई महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज परमार और जिला अध्यक्ष सुरेंद्र पवार भी थाने पहुंचे और निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. सभी दलित समाज परमार के साथ छापरा गांव पहुंचे. उनके साथ अधिकारी और पुलिस बल भी छापरा गया. इस बीच गुर्जर समाज पर अजजा एक्ट में दर्ज हुए प्रकरण को लेकर गुर्जर समाज विरोध कर थाने के सामने इंदौर इच्छापुर हाईवे पर महिलाओं को बैठा कर हाईवे जाम कर दिया और जमकर नारेबाजी की. करीब एक घंटा जाम रहा. एडिशनल एसपी मनीष खत्री की समझाइश के बाद घेराव खत्म हुआ.
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