लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में दलित नाबालिग बहनों की बलात्कार कर हत्या होने के बाद अब दोनों का अंतिम संस्कार किया गया. बलात्कार की बात पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आई. दोनों शवों के अंतिम संस्कार के लिए पहले परिवार वालों ने इनकार कर दिया था. इससे पहले परिजन नौकरी और मुआवजे की मांग को लेकर अड़ गए थे, लेकिन प्रशासन के आश्वासन के बाद परिवार वाले मान गए।
इससे पहले परिवार की मौजूदगी में दोनों लड़कियों के शव का पोस्टमॉर्टम किया गया। यह करीब तीन घंटे चला। तीन डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमॉर्टम किया। वीडियोग्राफी भी कराई गई। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में गैंगरेप की पुष्टि हुई है। पहले गला दबाकर दोनों बहनों की हत्या की गई, फिर फंदे पर शव लटकाया।
उनकी मांग थी कि परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक मदद, एक आवास और एक सरकारी नौकरी दी जाए। जिस पर घंटों तक प्रशासन परिवार को समझाता रहा। डीएम महेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि परिवार को आश्वस्त किया गया है कि उनकी वाजिब मांगे मानी जाएंगी शासन को अवगत करा दिया गया है और परिवार ने स्वेच्छा से अंतिम संस्कार कर दिया है।
उधर, सपा, बसपा व कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ित परिजनों के घर जाकर उनसे मुलाकात की और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला।
ज्ञात हो कि लखीमपुर के निघासन में दो सगी बहनों की सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या के मामले में पुलिस ने छह आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें से एक आरोपित पुलिस मुठभेड़ में गोली लगने से घायल भी हुआ है। उसके पैर में गोली लगी है। पुलिस का दावा है कि घटना को इन्हीं छह आरोपितों ने मिलकर अंजाम दिया और अपनी पहचान सार्वजनिक होने के डर से दोनों बहनों की हत्या करने के बाद उनके शव पेड़ से लटका दिया।
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