इस हिंसा में कथित तौर पर आठ लोगों की मौत हो गई है, हालांकि आधिकारिक तौर पर अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि की गई है।
इस घटना के बाद से राज्य में तनाव का माहौल है।
किसान नेताओं से लेकर राजनीतिक नेताओं तक हर कोई लखीमपुरी खीरी पहुंचने की कोशिश कर रहा है।
नरेश टिकैत ने किसानों को संबोधित किया और घटना पर नाराजगी जताई।
जानकारी के अनुसार, यह निर्णय लिया गया है कि किसान हिंसा के खिलाफ जिला कलेक्ट्रेट पर धरना देंगे। दिल्ली बॉर्डर पर भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।
प्रशासनिक अधिकारियों ने गाजीपुर में आवाजाही स्थल का भी जायजा लिया।
किसान लखीमपुर खीरी स्थित बेनीपुर गांव में एक हेलीपैड पर धरना दे रहे थे, जहां उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य का हेलीकॉप्टर उतरना था।
जिसके बाद तय हुआ कि उपमुख्यमंत्री सड़क मार्ग से लखीमपुरी खीरी पहुंचेंगे।
कथित तौर पर यह घटना तब हुई जब किसानों ने उपमुख्यमंत्री और केंद्रीय राज्य मंत्री अजय मिश्रा के काफिले को काला झंडा दिखाया।
हालांकि जिले में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं।
--आईएएनएस
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