आईपीएल के पूर्व चेयरमैन, व्यापारी ललित मोदी (Lalit Modi) ने अपने ट्विटर हैंडल से एक ट्ववीट कर सभी को चौंका दिया. उन्होंने ट्वीट कर अभिनेत्री सुष्मिता सेन के साथ अपनी डेटिंग का खुलासा किया है. अपने एक और ट्वीट में उन्होंने ये भी कहा कि वे जल्द ही अभिनेत्री के साथ शादी करेंगे.
इस खबर के बाद से हर तरफ उनकी और सुष्मिता की चर्चाएं शुरू हो गई हैं, लेकिन इसके साथ ही लोगों को ललित मोदी से जुड़े विवाद भी याद आ रहे हैं.
ललित मोदी का IPL मीडिया राइट्स घोटाला
आईपीएल के संस्थापक ललित मोदी की सबसे ज्यादा किरकिरी आईपीएल से ही जुड़े एक घोटाले में हुई. ये घोटाला तब का है जब वे आईपीएल के कमिश्नर थे. 2008 में आईपीएल के मीडिया राइट्स वर्ल्ड स्पोर्ट्स ग्रुप (WSG) को सौंपे गए थे, लेकिन फिर WSG और मल्टी स्क्रीन मीडिया लिमिटेड (MSM) (जो अब सोनी पिकचर्स है) के बीच एक डील हुई जिसमें कहा गया कि यदि MSM 425 करोड़ रुपये देता है तो वे अपना मीडिया राइट रद्द कर देंगे.
इसके बाद MSM ने कथित तौर पर 125 करोड़ रूपये का भुगतान तुरंत कर दिया और राइट्स वर्ल्ड स्पोर्ट्स ग्रुप के पास आ गए. उस वक्त के बीसीसीआई सेक्रेटरी ने कहा था कि इसमें बीसीसीआई की कोई भूमिका नहीं है और ये डील ललित मोदी ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए खुद कराई है. इस मामले में उन्हें 125 करोड़ का सीधा फायदा होने की बात कही गई.
ललित मोदी पर ये भी आरोप लगे कि उन्होंने आईपीएल से अपने दोस्तों और परिवार को फंड ट्रांसफर करके फायदा पहुंचाया. उनपर अपने करीबी लोगों को टीमों का मालिक बनाने का भी आरोप लगाया गया.
जब शशि थरूर को देना पड़ा था इस्तीफा
ललित मोदी पर IPL बिडिंग में धांधली करने का भी आरोप है. उन्होंने आईपीएल में दो नई टीमों को शामिल करते हुए बिना अनुमति के दो नए क्लॉज जोड़ दिए थे. ये क्लॉज वीडियोकॉन ग्रुप और अदानी ग्रुप के पक्ष में जोड़े गए थे. इसके अलावा, उन्होंने गोपनीयता समझौते का उल्लंघन किया जब उन्होंने कोच्चि टस्कर्स केरल फ्रैंचाइजी के शेयरधारिता पैटर्न को ट्वीट कर दिया, इसी के चलते तत्कालीन विदेश राज्य मंत्री शशि थरूर को भी इस्तीफा देना पड़ा था.
कोच्चि फ्रेंचाइजी ने बीसीसीआई से शिकायत की कि, एक मीटिंग में, मोदी ने कोच्चि फ्रेंचाइजी के प्रतिनिधियों को "फ्रैंचाइजी छोड़ देने की" धमकी दी थी. उसने ऐसा इसलिए किया ताकि कोई और समूह बोली जीत ले. हालांकि ललित मोदी ने इन आरोपों से इंकार ही किया.
ललित मोदी का निलंबन और जुर्माना
इसके बाद अप्रैल 2010 में मोदी को आईपीएल अध्यक्ष और आयुक्त के पद से निलंबित कर दिया गया. 34 पन्ने के निलंबन नोटिस में उनपर 22 आरोप लगाए गए थे. मोदी को ईमेल के जरिए ये नोटिस भेजा गया था.
सितंबर 2013 में, अरुण जेटली और ज्योतिरादित्य सिंधिया की बीसीसीआई की अनुशासन समिति ने ललित मोदी को वित्तीय अनियमितताओं, कदाचार, अनुशासनहीनता और "बीसीसीआई के हित के लिए हानिकारक कामों" सहित आठ मामलों में दोषी पाया.
2018 में, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बीसीसीआई, एन श्रीनिवासन (पूर्व अध्यक्ष), और ललित मोदी पर 121.56 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया. ये दक्षिण अफ्रीका में आयोजित 2009 आईपीएल के लिए फंड ट्रांसफर करते समय फेमा अधिनियम के उल्लंघन से संबंधित था. आदेश में कहा गया कि वे विदेशों में पैसा ट्रांसफर करने के आरबीआई के दिशा-निर्देशों का उल्लंघन कर रहे थे.
भारत के लिए "भगौड़ा" है ललित मोदी
अब ललित मोदी वित्तीय अनियमितताओं और कर चोरी के मामलों में भारत के लिए भगौड़ा घोषित है. अंडरवर्ल्ड से धमकियां मिलने की बात कहते हुए वे यूनाइटेड किंगडम में शरण ले चुके हैं और देश छोड़कर भाग गए हैं. ऐसा कहा जाता है कि उनके राजनीतिक संबंधों ने उन्हें बिना किसी परेशानी के देश से भागने में मदद की है.
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