हिंदुस्तान (Hindustan) में शायरी के जरिए अपनी बात कहने का चलन जमाने से चला आ रहा है. जब भारत में अंग्रेजों की हुकूमत (British Government in India) थी, उस दौरान भी कई शायरों ने अपनी शायरी से अंग्रेजों को ललकारा था. देश की आजादी के बाद के कई किस्से भी मशहूर हैं. एक बार लाल किले (Red Fort, Delhi) पर कवि सम्मेलन के दौरान पंडित नेहरू और दिनकर मंच की सीढ़ीयों पर चढ़ रहे थे. इतने में एकाएक पीएम नेहरू (PM Nehru) का पांव डगमगा गया और दिनकर (Ramdhari Singh Dinkar) ने उनका हाथ पकड़कर उन्हें संभाल लिया और कहा राजनीति जब-जब लड़खड़ाती है, साहित्य उसे ताकत देता है.
शायरी के जरिए हुकूमत को ललकारने और अपनी बात कहने की ये परंपरा हिंदुस्तान में आज भी जिंदा है. पिछले दिनों संसद में जमकर शेर-ओ-शायरी हुई.
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार, 8 फरवरी को संसद में कांग्रेस और विपक्ष को निशाने पर लेते हुए, शायरी का सहारा लिया. इस दौरान लोकसभा में PM मोदी ने दुष्यंत कुमार का शेर पढ़ा. दुष्यंत कुमार के अलावा पीएम मोदी ने हिंदी के हास्य कवि काका हाथरसी जी को भी कोट किया.
इसके बाद बात करते हैं, शायर से नेता बने इमरान प्रतापगढ़ी (Imran Pratapgarhi) की, जो अपने बागी लहजे के लिए मशहूर हैं. राज्यसभा सदस्य बनने पहले ही वो शायरी के जरिए अवाम की आवाज उठाते रहे हैं. संसद में उन्होंने कई बार शायरी के लहजे में अपनी बात कही. पिछले दिनों आए बजट में अल्पसंख्यकों के हिस्से में हुई कटौती पर सवाल उठाते हुए 10 फरवरी 2023 को संसद में कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने शायरी के जरिए केंद्र सरकार को निशाने पर लिया.
इतना ही नहीं इमरान ने आए दिन मजहबी बयानबाजी करने वाले लोगों को भी अपनी शायरी के जरिए जवाब दिया. उन्होंने बात-बात पर मुसलमानों को पाकिस्तान जाने की सलाह देने वाले रहनुमाओं को निशाने पर लिया.
8 फरवरी 2023 को राज्यसभा में प्रतिपक्ष नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपनी स्पीच वीरेन्द्र वत्स की शायरी सुनाकर खत्म की. इस दौरान उन्होंने सत्ता पक्ष को निशाने पर लिया. गौर करने वाली बात ये रही कि कांग्रेस अध्यक्ष के शायरी सुनाने के बाद सभापति जगदीप धनखड़ ने भी चुटकी लेते हुए मिर्जा गालिब का शेर पढ़ा.
तृणमूल कांग्रेस (TMC) की लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra) अपने बयानों को लेकर आए दिन चर्चा में रहती हैं. 7 फरवरी 2023 को महुआ मोइत्रा लोकसभा में अडानी ग्रुप पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में लगाए गए आरोपों को लेकर सरकार को जमकर घेरा था. इस दौरान उन्होंने कहा था कि ये सवाल उठाया जा रहा है कि महुआ के पीछे कौन है, मैं सत्य के साथ हूं.
इसके बाद उन्होंने शायराना अंदाज में अपनी स्पीच खत्म की थी.
बीजेपी नेता अर्जुन मुंडा ने अनुसूचित जनजाति बिल से संबंधित 5वें संविधान संशोधन पर जवाब देते हुए उर्दू शायर मुजफ्फर रज्मी का शेर पढ़ा था.
केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण 5 जुलाई 2019 को मोदी सरकार के कार्यकाल का दूसरा बजट पेश कर रही थीं. इस दौरान उन्होंने पेश किए जा रहे बजट को उम्मीद की नजर से देखते हुए उर्दू शायर मंजूर हाशमी का शेर कोट किया था.
इस तरह से आपने देखा कि शेर-ओ-शायरी का खुमार आम लोगों से लेकर देश के टॉप लीडर्स तक में देखने मिलता रहा है.
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