मध्यप्रदेश के विदिशा (MP, Vidisha) में 60 फीट गहरे बोरवेल में गिरे 8 साल के बच्चे को निकाला गया, लेकिन उसकी जान बचाई नहीं जा सकी. लोकेश को 24 घंटे के बाद बाहर निकाला गया और निकालते ही अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन उसकी जान नहीं बच पाई.
मंगलवार को खेलते वक्त लोकेश बोरवेल में गिरा था. विदिशा के कलेक्टर ने बयान में कहा है कि हम बच्चे को बचा नहीं पाए. उन्होंने आदेश दिया कि 7 दिन के अंदर जिले में जितने भी बोरवेल खुले पड़े हैं, सबको बंद करवा दिया जाएगा.
24 घंटे की मशक्कत के बाद भी बच्चे को बचाया नहीं जा सका
मंगलवार सुबह लटेरी तहसील के खेरखेड़ी पठार में बंदरों को देखकर सात साल का लोकेश भागने लगा और खेत में खुले पड़े 60 फीट गहरे बोरवेल में जाकर गिर गया. वह लगभग 43 फुट की गहराई पर फंसा हुआ था. राहत और बचाव का काम 24 घंटे तक जारी रहा. गड्ढे के करीब एक तरफ जेसीबी मशीन खुदाई करने में लगी रही गड्ढे से बोरवेल तक टनल बनाया जा सके.
इसके साथ ही बच्चे तक पाइप के जरिए ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही थी. डॉक्टर लगातार लोकेश की हर हरकत पर नजर रखे हुए थे. प्रशासनिक अधिकारी मौके पर थे, लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद लोकेश को बचाया नहीं जा सका.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी बच्चे को बचाने के लिए चलाए जा रहे राहत और बचाव अभियान पर नजर बना रखी थी. अधिकारियों से भी लगातार संपर्क में थे. बच्चे की मौत के बाद अब प्रशासन भी हरकत में नजर आ रहा है. 7 दिन के भीतर जिले में सभी खुले बोरवेल को कवर करने के निर्देश दिए गए हैं.
बच्चे की मौत से परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है. साथ ही मौके पर गांव वालों की भारी भीड़ जमा है.
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