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मुरादाबाद: अतिक्रमण हटाने गई नगर निगम की टीम पर मारपीट का आरोप, वीडियो वायरल

Moradabad Municipal Corporation पर आरोप है कि कोर्ट का स्टे ऑर्डर दिखाए जाने के बावजूद तोड़-फोड़ की कार्रवाई की गई.

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उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद (Moradabad Anti-Encroachment Drive) में नगर निगम की टीम इन दिनों अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई कर रही है, लेकिन सोमवार, 16 जनवरी को निगम की कार्रवाई के दौरान हंगामा मच गया.

इसमें पुलिस पर गुंडई के आरोप लग रहे हैं. घटना के कुछ वीडियो भी वायरल हैं, जिसमें देखा जा रहा है कि सुरक्षाकर्मी दो व्यापारियों को बंदूक की बट से पीट रहे हैं और दुकान से खींच कर थप्पड़ मार रहे हैं.

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लोगों ने कागज दिखाए फिर भी तोड़फोड़ की गई

दरअसल, मुरादाबाद नगर निगम की टीम स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत सदर कोतवली क्षेत्र के बुध बाजार इलाके में दुकानदारों के अतिक्रमण को हटाने के लिए JCB लेकर पूरे लाव-लश्कर के साथ पहुंची थी. इस दौरान निगम के लोग अतिक्रमण को हटाते हुए हरीश चंद्र अरोरा के कपड़ों के शोरूम में भी पहुंचे.

टीम ने जैसे ही उनकी दुकान को तोड़ना शुरू किया तो दुकान मालिक व्यापारी कोर्ट से मिले स्टे के कागज दिखाने लगे. व्यापारी के बेटे सचिन अरोरा ने मोबाइल में इसकी रिकॉर्डिंग चालू कर दी जिसपर नगर आयुक्त और उनकी टीम भड़क गई.

इसके बाद दावा किया जा रहा है कि नगर निगम के सुरक्षाकर्मियों ने अपनी रायफलों की बटों से व्यापारी के बेटे को मारना शुरू कर दिया. टीम के दूसरे कर्मचारियों ने व्यापारी के दो बेटों के साथ बड़ी बेरहमी से लात-घूंसों से जमकर मारपीट की. ये पूरी घटना वहां मौजूद किसी दूसरे व्यक्ति ने अपने मोबाइल में कैद कर ली. इसी का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल है.

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क्विंट हिंदी ने पीड़ितों से की बात

इस घटना को लेकर पीड़ित व्यापारी और उनके बेटे से क्विंट ने बात की तो दुकानदार हरिओम ने बताया कि उसके पास कोर्ट के आदेश हैं जिसमें दुकान को हटाने या तोड़ने पर रोक लगाई गई है. हरिओम ने बताया कि

कोर्ट के आदेश के कागज नगर निगम, नगर आयुक्त और मंडलायुक्त को भेजे गए. मौके पर भी पेपर दिखाए गए, लेकिन अधिकारियों ने कोर्ट के पेपर न मानते हुए कार्रवाई को अंजाम दिया है.

एक और पीड़ित नितिन अरुण ने बताया कि जब नितिन अरोड़ा ने कागज दिखाए तो नगर निगम की टीम ने हाथापाई की और ग्रुप बनाकर व्यापारी के साथ मारपीट की.

वहीं नगर निगम के अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि जिन लोगों का अवैध अतिक्रमण है उसे हटाया जा रहा है. लोग विरोध तो करते ही हैं, विरोध स्वभाविक है.

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