बृहनमुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (BMC) के वेस्ट वार्ड ने केंद्रीय मंत्री नारायण राणे (Narayan Rane) के जुहू स्थित बंगले का निरीक्षण करने का नोटिस जारी किया है.
2017 में आरटीआई कार्यकर्ता संतोष दौंडकर ने सीआरजेड नियमों के उल्लंघन करने के आरोप के चलते बंगले के निर्माण के संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी. अब कार्रवाई करते हुए बीएमसी ने नोटिस जारी किया है. शिवसेना और बीजेपी पहले से ही जुबानी जंग में शामिल है और अब इस नए एक्शन के बाद दोनों पार्टियों के बीच और तल्खी हो सकती है.
क्या हैं आरोप ?
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे का सी फेसिंग बंगला जुहू तारा रोड पर समुद्र के 50 मीटर के दायरे में बनाया गया है, जो सीआरजेड नियमों का उल्लंघन है.
BMC अधिकारियों ने राणे के बंगले पर नोटिस चिपकाया है. बीएमसी के वेस्ट डिवीजन के भवन प्रस्ताव विभाग की एक टीम नारायण राणे के बंगले का निरीक्षण करेगी और अनधिकृत निर्माण की शिकायत की जांच करेगी. अवैध निर्माण और नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर अतिक्रमण की कार्रवाई की जा सकती है.
संतोष दौंडकर ने ये भी आरोप लगाया है कि बीएमसी ने बंगले के अवैध निर्माण के संबंध में उनकी पिछली शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं की.
शिवसेना-नारायण राणे आमने-सामने
ऐसे में फिर एक बार नारायण राणे और शिवसेना के आमने-सामने आ गए हैं. आपको बता दें कि शिवसेना नेता संजय राउत ने बीजेपी पर एजेंसी के दुरुपयोग करने समेत कई आरोप लगाए थे. बीजेपी नेताओं को टारगेट किए जाने पर राणे ने शिवसेना और संजय राउत को पलट जवाब देते हुए कहा कि अगर उनके पास स्टेट एजेंसी है, तो हमारे पास सेंट्रल एजेंसी हैं. उन्होंने कहा था कि हमें शिकायत लेकर दिल्ली जाने की कोई जरूरत नहीं है.
इसके बाद अब नारायण राणे के बंगले की जांच के लिए नोटिस जारी किया गया है.
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