नेशनल हेरल्ड के एडीटर-इन-चीफ और वरिष्ठ पत्रकार नीलाभ मिश्र का शनिवार को सुबह करीब 7:30 बजे निधन हो गया. उन्हें नॉन-एल्कोहोलिक-लिवर-सिरोसिस की शिकायत के चलते इस महीने की शुरूआत में चेन्नई के अपोलो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. सिरोसिस लीवर की एक गंभीर बीमारी होती है.
नेशनल हेराल्ड के मुताबिक, सिरोसिस के बाद मल्टी ऑर्गन फेलियर की वजह से उनकी मौत हुई है. निधन के वक्त उनके करीबी रिश्तेदार और दोस्त हॉस्पिटल में मौजूद थे.
नीलाभ मिश्र नेशनल हेरल्ड के पहले आउटलुक हिंदी के संपादक थे. दिल्ली यूनिवर्सिटी से पढ़ाई खत्म करने के बाद उन्होंने नवभारत टाइम्स से अपनी पत्रकारिता की शुरूआत की थी. इसके बाद वे न्यूज टाइम्स और ईटीवी के साथ जुड़े.
2016 में नीलाभ मिश्र ने नेशनल हेरल्ड को डिजिटल फॉर्म में रिलॉन्च किया था. उसके बाद नवजीवन और कौमी आवाज नाम की वेबसाइट को शुरू करने का श्रेय भी नीलाभ मिश्र को जाता है. जवाहर लाल नेहरू द्वारा शुरू किए गया नेशनल हेराल्ड न्यूज पेपर 2008 में बंद हो गया था.
राहुल गांधी ने दुख जताया
मिश्र के निधन पर दुख जताते हुए राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा,
संपादकों के भी संपादक. सत्ता से सच बोलने वाला इंसान. एक संस्थान खड़ा करने वाला आदमी. आज सुबह हुई नीलाभ मिश्र की दुखद मृत्यु पर मेरी संवेदनाएं उनके परिवार, दोस्त, सहकर्मियों और प्रशंसकों के साथ हैं.राहुल गांधी
(क्विंट और बिटगिविंग ने मिलकर 8 महीने की रेप पीड़ित बच्ची के लिए एक क्राउडफंडिंग कैंपेन लॉन्च किया है. 28 जनवरी 2018 को बच्ची का रेप किया गया था. उसे हमने छुटकी नाम दिया है. जब घर में कोई नहीं था,तब 28 साल के चचेरे भाई ने ही छुटकी के साथ रेप किया. तीन सर्जरी के बाद छुटकी को एम्स से छुट्टी मिल गई है लेकिन उसे अभी और इलाज की जरूरत है ताकि वो पूरी तरह ठीक हो सके. छुटकी के माता-पिता की आमदनी काफी कम है, साथ ही उन्होंने काम पर जाना भी फिलहाल छोड़ रखा है ताकि उसकी देखभाल कर सकें. आप छुटकी के इलाज के खर्च और उसका आने वाला कल संवारने में मदद कर सकते हैं. आपकी छोटी मदद भी बड़ी समझिए. डोनेशन के लिए यहां क्लिक करें. )
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