नीट-यूजी 2024 (NEET-UG 2024) को लेकर जारी विवाद के बीच नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के आदेश पर सिटी और सेंटरवाइज रिजल्ट जारी कर दिया है.
ताजा नतीजों के मुताबिक, संदेह के घेरे में आए पटना के चार सेंटर्स में से किसी भी छात्र को 700 से ज्यादा अंक नहीं मिले हैं. वहीं दो स्कूल के 50 फीसदी से ज्यादा स्टूडेंट्स को क्वालीफाइंग मार्क्स से ज्यादा मिले हैं.
NEET 2024 कथित पेपर लीक मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है. 18 जुलाई को सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत ने शनिवार दोपहर 12 बजे तक NTA को सिटी और सेंटरवाइज रिजल्ट जारी करने के निर्देश दिए थे. नतीजों के आधार पर बताते हैं कि बिहार में जिन सेंटरों से 4 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई थी, उन सेंटरों का क्या हाल रहा?
5 मई को परीक्षा के दिन ही पटना के शास्त्री नगर थाने में FIR दर्ज की गई थी. पुलिस ने 13 लोगों को गिरफ्तार किया था. जिनमें वे 4 छात्र भी शामिल हैं, जिन्हें कथित तौर पर परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र पढ़ाया गया था. पुलिस ने चारों को परीक्षा के बाद गिरफ्तार किया था.
1- सेंटर का नाम- किडी कॉन्वेंट स्कूल, पटना
गिरफ्तार आरोपी- अभिषेक कुमार
अभिषेक को पुलिस ने नीट परीक्षा का एग्जाम खत्म होने के बाद ही गिरफ्तार किया था. अभिषेक ने अपने कबूलनामें कहा था कि उसने पटना के बैरिया स्थित किडी कॉन्वेंट हाई स्कूल (Kiddy Convent High School) में नीट की परीक्षा दी थी.
NTA की ओर से जारी सिटी और सेंटरवाइज रिजल्ट के मुताबिक, किडी कॉन्वेंट हाई स्कूल का सेंटर कोड- 150260 है. इस स्कूल में 436 छात्रों का सेंटर पड़ा था.
101 मार्क्स से लेकर 700 मार्क्स के बीच में कुल 227 छात्र हैं. वहीं 209 छात्र ऐसे हैं, जिन्हें 100 या उससे कम नंबर मिले हैं.
601 से 700 अंक - 8 स्टूडेंट्स
501 से 600 अंक- 32 स्टूडेंट्स
401 से 500 अंक- 25 स्टूडेंट्स
301 से 400 अंक- 30 स्टूडेंट्स
201 से 300 अंक- 42 स्टूडेंट्स
101 से 200 अंक- 90 स्टूडेंट्स
इस सेंटर से एक छात्र को सबसे ज्यादा 675 नंबर मिले हैं, जबकि सबसे कम अंक -11 है. वहीं इस सेंटर का औसत स्कोर 178.4 है.
2- सेंटर का नाम- डीवाई पाटिल स्कूल, पटना
गिरफ्तार आरोपी- अनुराग यादव
पटना के डॉ. डी वाई पाटिल पुष्पलता पाटिल इंटरनेशनल स्कूल में गिरफ्तार छात्र अनुराग यादव का सेंटर पड़ा था. इस स्कूल का सेंटर कोड- 150204 है. यहां अनुराग सहित कुल 1169 स्टूेंड्स ने परीक्षा दी थी. जिनमें से एक छात्र को सबसे ज्यादा मार्क्स 695 नंबर मिले हैं, जबकि सबसे कम -21 नंबर है. वहीं इस सेंटर का औसत स्कोर 221 है.
इस सेंटर के 122 स्टूडेंट्स को 501 नंबर या उससे ज्यादा मिले हैं. वहीं 101 मार्क्स से लेकर 700 मार्क्स के बीच में कुल 792 छात्र हैं. वहीं 377 छात्र ऐसे हैं, जिन्हें 100 या उससे कम नंबर मिले हैं.
डी वाई पाटिल सेंटर का मार्क्स ब्रेकअप इस प्रकार है:
601 से 700- 61 स्टूडेंट्स
501 से 600- 61 स्टूडेंट्स
401 से 500- 61 स्टूडेंट्स
301 से 400-136 स्टूडेंट्स
201 से 300: 182 स्टूडेंट्स
101 से 200: 291 स्टूडेंट्स
1 से 100- 371 स्टूडेंट्स
0 से -21- 6 स्टूडेंट्स
22 वर्षीय अनुराग यादव ने अपने बयान में कहा है, "मेरा सेंटर डी वाई पाटिल स्कूल में था. मैं स्कूल में परीक्षा देने गया तो जो प्रश्न पत्र रटवाया गया था, वहीं प्रश्न सही-सही परीक्षा में मिल गया."
3- सेंटर का नाम- इंटरनेशनल स्कूल, पटना
गिरफ्तार आरोपी- शिवनंदन कुमार
पाटलिपुत्र कॉलोनी स्थित इंटरनेशनल स्कूल में परीक्षा देने वाले 702 छात्रों में से 31 छात्रों ने 601 या उससे ज्यादा नंबर हासिल किया है. इस सेंटर का भी सर्वाधिक स्कोर 695 नंबर है, जबकि सबसे कम -15 नंबर है. यहां का औसत स्कोर 229 नंबर है.
इंटरनेशनल स्कूल सेंटर का मार्क्स ब्रेकअप इस प्रकार है:
601 से 700- 31 स्टूडेंट्स
501 से 600- 42 स्टूडेंट्स
401 से 500- 58 स्टूडेंट्स
301 से 400-76 स्टूडेंट्स
201 से 300: 113 स्टूडेंट्स
101 से 200: 177 स्टूडेंट्स
1 से 100- 201 स्टूडेंट्स
0 से -15- 4 स्टूडेंट्स
कथित पेपरलीक में आरोपी शिवनंदन कुमार ने इस सेंटर पर परीक्षा दिया था. पटना पुलिस को दिए अपने बयान में शिवनंदन कुमार ने कहा है, "परीक्षा में प्रश्न पत्र एवं उत्तर सामग्री सही-सही मिल गया. परीक्षा के बाद अचानक पुलिस आई और मुझे पकड़ लिया. मैंने अपना अपराध स्वीकार किया."
4- सेंटर का नाम- डीएवी स्कूल पुनाईचक, पटना
गिरफ्तार आरोपी- आयुष कुमार
पटना पुलिस की FIR में डीएवी स्कूल पुनाईचक का भी नाम शामिल है. इस सेंटर पर आरोपी स्टूडेंट आयुष कुमार ने परीक्षा दिया था. आयुष ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा, "4-5 मई को अपने पिताजी के साथ सिकंदर अंकल के पास गया था. जहां पर नीट का प्रश्न और उत्तर रटाया और पढ़ाया जा रहा था."
NTA की ओर से जारी रिजल्ट के मुताबिक, इस सेंटर का कोड- 150204 है. कुल 703 छात्रों ने यहां एग्जाम दिया था. जिनमें से एक छात्र को सर्वाधिक 695 नंबर मिले है. इस सेंटर का औसत स्कोर 205 है.
डीएवी स्कूल का मार्क्स ब्रेकअप इस प्रकार है:
601 से 700- 21 स्टूडेंट्स
501 से 600- 30 स्टूडेंट्स
401 से 500- 41 स्टूडेंट्स
301 से 400-78 स्टूडेंट्स
201 से 300: 113 स्टूडेंट्स
101 से 200: 187 स्टूडेंट्स
1 से 100- 224 स्टूडेंट्स
0 से -17- 9 स्टूडेंट्स
NEET-UG 2024 परिणाम के विश्लेषण की बड़ी बातें
संदेह के घेरे में आए पटना के इन चार सेंटर्स में से किसी भी सेंटर के किसी भी छात्र को 700 से ज्यादा अंक नहीं मिले हैं.
चार में से तीन सेंटर्स पर एक-एक छात्र को 695-695 नंबर मिले हैं. वहीं एक सेंटर पर एक छात्र को सर्वाधिक 675 नंबर मिले हैं.
डी वाई पाटिल स्कूल से सबसे ज्यादा 61 स्टूडेंट्स को 601 से 700 के बीच मार्क्स मिले हैं. वहीं 501 से 600 और 401 से 500 मार्क्स के बीच भी 61-61 स्टूडेंट्स हैं.
डी वाई पाटिल स्कूल के 15.65 फीसदी छात्रों ने 401 या उससे ज्यादा मार्क्स हासिल किया है.
NEET मामले के याचिकाकर्ताओं में से एक डॉ. रोशन मोहिद्दीन ने क्विंट हिंदी से बातचीत में बताया कि इस बार नीट में 164 नंबर क्वालीफाइंग मार्क्स है.
रिजल्ट के विश्लेषण से पता चलता है कि डीवाई पाटिल स्कूल से 601 (51.41%) स्टूडेंट्स को क्वालीफाइंग मार्क्स से ज्यादा मिले हैं.
इंटरनेशनल स्कूल और डीएवी स्कूल से क्रमशः 371 (52.84%) और 340 (48.36%) स्टूडेंट ने नीट में क्वालीफाई किया है. वहीं किडी कॉन्वेंट स्कूल से 155 (35.55%) छात्रों ने नीट क्वालीफाई किया.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी छात्रों को 720 में से 581, 483, 300 और 185 अंक मिले थे.
काउंसलिंग प्रक्रिया के सवाल पर डॉ. रोशन मोहिद्दीन ने कहा, "मेडिकल कॉलेज में दाखिला उस साल के रैंकिंग सिस्टम पर निर्भर करता है. देखिए, अलग-अलग आरक्षण है, जिसका अलग एनालिसिस होता है. हम नंबर के आधार पर ये नहीं बोल सकते हैं."
इसको समझाते हुए वो कहते हैं, "मान लें कि एक जनरल कैटेगरी का स्टूडेंट है, उसको 660-670 नंबर मिले हैं और उसका रैंक 50 हजार के अंदर है, तो उस छात्र को सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन मिल सकता है. वहीं प्राइवेट कॉलेज में अलग-अलग कैटेगरी की सीट होती है और उसकी फीस में भी अंतर होता है. रैंक के हिसाब से छात्रों के पास क्या ऑप्शन है, उसपर चीजें निर्भर करती हैं."
कथित पेपर लीक मामले में पटना के किडी कॉन्वेंट हाई स्कूल सहित 4 स्कूल संदेह के घेरे में हैं. गिरफ्तार छात्रों के सेंटर इन्हीं स्कूलों में पड़े थे. बहरहाल, कथित पेपर लीक मामले में सुप्रीम कोर्ट में अगली सुनवाई सोमवार, 22 जुलाई को होगी.
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