उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर लॉकडाउन के दौरान लोगों को परेशानियों से बचाने के लिये घर-घर सामान पहुंचाने (डोर स्टेप डिलीवरी) की तैयारी की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कालाबाजारी, जमाखोरी अथवा मुनाफाखोरी करने वालों के विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने आज अपने सरकारी आवास पर वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कोरोना वायरस संक्रमण से जुड़े हालात की समीक्षा की। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण पर प्रभावी नियन्त्रण के लिए ‘‘कोरोना वायरस एक्शन प्लान’’ तैयार किया है। इस एक्शन प्लान की निगरानी मुख्य सचिव करेंगें। इसके तहत कृषि उत्पादन आयुक्त, औद्योगिक विकास आयुक्त, प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा, प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास, अपर मुख्य सचिव गृह एवं सूचना, अपर मुख्य सचिव राजस्व, प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद, प्रमुख सचिव पशुपालन एवं प्रमुख सचिव परिवहन की अध्यक्षता में समितियां गठित की गयी हैं।’’
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के 51 सरकारी/निजी मेडिकल कॉलेजों में 200 से 300 बेड के पृथक वार्ड स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य में पर्याप्त मात्रा में मास्क, दस्ताने और सैनेटाइजर आदि की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है। लॉकडाउन के दौरान पान, तम्बाकू, गुटखे पर पूर्ण प्रतिबन्ध रहेगा, क्योंकि थूकने से कोरोना वायरस संक्रमण फेलने की आशंका अधिक है। सभी जनपदों में नियंत्रण कक्ष की स्थापना की जा रही है।’’
योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया, ‘‘पिछले एक सप्ताह में प्रदेश में विभिन्न देशों से आये लोगों को चिन्हित कर उनका उपचार किया गया है। लोगों को उनके गन्तव्य तक पहुंचाने के लिए पीआरवी-112 का उपयोग करें तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी व्यक्ति सड़क पर ना दिखे। सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से ग्राम प्रधानों से संवाद स्थापित कर गांवों में कोरोना वायरस के प्रति लोगों को जागरूक करें।’’
मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन तथा पुलिस अधिकारियों को संयुक्त रूप से गश्त करने, लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से माइक पर इस सम्बन्ध में उद्घोषणा करने को कहा है। उन्होंने रैनबसेरों तथा धर्मशालाओं में रहने वाले लोगों के लिए पके हुए भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित करने तथा इसके लिए एमडीएम की रसोई का उपयोग उपयोग करने को कहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा,‘‘मण्डी समितियां गेहूं, चावल, दाल, आलू तथा दूध आदि की उठान की व्यवस्था भी करें। ई-कॉमर्स कम्पनियां यथा बिग बाजार, मेगा मार्ट आदि के लोग होम डिलीवरी करें, जिससे लोगों को घर पर ही सुविधाएं मिल सकें। स्वास्थ्य विभाग दवा विक्रेताओं से समन्वयन कर जरूरतमन्दों को होम डिलीवरी के माध्यम से दवा उपलब्ध कराने का कार्य करें।’’
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि निराश्रित गो-आश्रय स्थलों पर चारे आदि की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि मुर्गी, बतख तथा मछली आदि के लिए चारे की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
उन्होंने कहा, ‘‘कालाबाजारी, जमाखोरी अथवा मुनाफाखोरी करने वालों के विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। दवा तथा खाद्यान्न आदि की दुकानों पर सोशल डिस्टेंसिंग (सामाजिक मेलजोल मे कमी) का अनिवार्य रूप से पालन कराया जाए। यह सुनिश्चित करें कि दुकानों पर एक समय दो से अधिक व्यक्ति न रहें।’’
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