अयोध्या राम मंदिर (Ram Mandir) के भूमिपूजन की आज पहली वर्षगांठ है, मंदिर के नींव की 24 लेयर तैयार हो गई हैं और 25वीं पर काम चल रहा है. सीएम योगी आदित्यनाथ भी आज अयोध्या दौरे पर हैं, वो भूमिपूजन में आयोजित विशेष अनुष्ठान में शामिल होंगे. इसके अलावा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत 400 लाभार्थियों को अन्न वितरण भी करेंगे.
बता दें कि एक साल पहले आज ही के दिन पीएम नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त को मेगा इवेंट में राम मंदिर का शिलान्यास किया था. इस मौके पर लोगों ने किसी बड़े त्योहार जैसा उत्सव मनाया था.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्टीट में लिखा-
प्रभु श्री राम की पावन जन्मभूमि श्री अयोध्या जी में भारत की सकल आस्था के केंद्र-बिंदु व सभी के आराध्य प्रभु श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण हेतु हुए भूमि-पूजन के प्रथम वर्षगांठ की सभी को बधाई!
2023 तक भक्तों के लिए खुलेगा मंदिर
अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir) 2023 के अंत तक भक्तों के पूजा करने के लिए खोल दिया जाएगा. परियोजना की देख-रेख कर रहे ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने कहा कि पूरे 70 एकड़ परिसर में निर्माण 2025 के अंत तक पूरा हो जाएगा.
मंदिर की नींव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल 5 अगस्त को एक भव्य समारोह में रखी गई थी, लेकिन प्रस्तावित मंदिर स्थल के नीचे पानी मिलने के बाद जनवरी में काम रोकना पड़ा था.
फिलहाल मंदिर की नींव पर इंजीनियर काम कर रहे हैं और इसके 15 सितंबर तक पूरा होने की संभावना है. दूसरे चरण का काम नवंबर में दिवाली के आसपास शुरू होने की संभावना है.
राम मंदिर को मिला 2100 करोड़ का चंदा
15 जनवरी को क्राउडफंडिंग अभियान की शुरुआत से पहले, ट्रस्ट ने राम मंदिर परिसर के निर्माण के लिए 1,100 करोड़ रुपये एकत्रित करने का अनुमान लगाया था, लेकिन ट्रस्ट को अनुमान से 1,000 करोड़ रुपये ( लक्ष्य से करीब 90.9 फीसदी ज्यादा) से अधिक की राशि मिली थी.
कैसा होगा राम मंदिर?
पहले मंदिर को थोड़ा छोटा बनाने का विचार था, और इसके तीन गुंबद बनाने की बात कही गई थी. लेकिन अब इसमें कई बदलाव किए गए हैं. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल के मुताबिक, "राम मंदिर 161 फीट ऊंचा होगा और इसमें तीन की बजाय अब पांच गुंबद बनाए जाएंगे.
राम मंदिर का मॉडल विश्व हिंदू परिषद का ही रहेगा, लेकिन उसकी लंबाई, चौड़ाई और ऊंचाई बढ़ जाएगी. इसका नया मॉडल भी सामने आया है. राम मंदिर निर्माण के लिए बनाए गए ट्रस्ट श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की तरफ से इसके प्रस्तावित मॉडल की तस्वीरें शेयर की गईं. राम मंदिर का निर्माण कुल 70 एकड़ जमीन पर किया जाएगा. प्रस्तावित मंदिर की लंबाई 268.5 फीट है, लेकिन कहा जा रहा है कि इसे 280 फीट तक किया जा सकता है. वहीं इसकी चौड़ाई 140 फीट तय की गई है. मंदिर निर्माण के लिए करीब 60 फीसदी पत्थर तैयार हैं.
किनके हाथों तैयार होगा भव्य राम मंदिर
राम मंदिर निर्माण का काम एक ऐसे परिवार के हाथों में दिया गया है, जिसने अब तक कई विशालकाय मंदिर खड़े किए हैं. इस परिवार का नाम है सोमपुरा परिवार, जिसे मंदिरों के इतिहास के लिए ही जाना जाता है.
परिवार के मुखिया चंद्रकांत सोमपुरा और राम मंदिर का नाता अभी नहीं जुड़ा, बल्कि उन्होंने 30 साल पहले उसी भूमि को अपने पैरों से नापा था. तब विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष अशोक सिंघल उन्हें वहां लेकर गए थे.
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