इस्लामाबाद, 8 मार्च (आईएएनएस)| पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार देश में किसी भी हथियारबंद समूह को काम नहीं करने देगी।
खान ने थारपारकर जिले में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, "राष्ट्रीय कार्ययोजना (एनएपी) के तहत हम पाकिस्तान में किसी भी हथियारबंद समूह को अनुमति नहीं देंगे। कोई देश ऐसा नहीं करता है। पाकिस्तान की सभी पार्टियों ने यह निर्णय लिया है। जब से हमारी सरकार सत्ता में आई है, हमने तय किया कि एनएपी को लागू करेंगे।"
जियो न्यूज के अनुसार, उन्होंने कहा, "पाकिस्तान की धरती को आतंकवाद के लिए इस्तेमाल नहीं करने दिया जाएगा।"
इतरान की टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद द्वारा 14 फरवरी के पुलवामा हमले की जिम्मेदारी लेने के बाद नई दिल्ली और इस्लामाबाद के बीच तनाव बढ़ गया है। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 मारे गए थे।
पुलवामा हमले के बाद अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने इस्लामाबाद पर दबाव बनाया है कि वह अपनी धरती पर मौजूद आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई करे।
इसके बाद पाकिस्तान ने इस सप्ताह के प्रारंभ में आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की और जैश के मसूद अजहर के भाई और बेटे को प्रतिबंधित आतंकी समूहों से संबद्ध अन्य 42 लोगों के साथ गिरफ्तार कर लिया।
पाकिस्तान ने कहा कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने 121 लोगों को एहतियातन हिरासत में लिया है और आतंकी समूहों पर अपनी लगातार कार्रवाई के हिस्से के रूप में 182 मदरसों को जब्त कर लिया है।
खान ने पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के बारे में भी बात की और कहा कि उनका देश अल्पसंख्यकों के साथ खड़ा है, जबकि भारत में अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय के लोगों के साथ खड़ी है और उनके साथ किसी तरह के अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेगी।
इमरान ने कहा, "इस पाकिस्तान में यह सुनिश्चित कराना हमारी जिम्मेदारी है कि अल्पसंख्यक समान नागरिक हैं और उनके साथ भेदभाव नहीं किया जाएगा।"
(ये खबर सिंडिकेट फीड से ऑटो-पब्लिश की गई है. हेडलाइन को छोड़कर क्विंट हिंदी ने इस खबर में कोई बदलाव नहीं किया है.)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)