यौन उत्पीड़न के आरोपों का सामना कर रहे टेरी (द एनर्जी एंड रिसोर्स इंस्टीट्यूट) के कार्यकारी उपाध्यक्ष आर के पचौरी छुट्टी पर चले गए हैं. वह 7 मार्च को टेरी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में भी हिस्सा नहीं लेंगे, क्योंकि छात्रों के एक समूह ने उनसे डिग्री लेने से इनकार कर दिया है.
वहीं, इस हरित संस्था ने कहा है कि अपनी नई भूमिका में वह संस्था में सही तरीके से कामकाज का सौंपा जाना सुनिश्चित करेंगे.
टेरी ने एक बयान जारी कर कहा,
डॉक्टर आर के पचौरी जो 1982 से संस्थान के अध्यक्ष रहे हैं, वो टेरी, टेरी गवर्निंग कौंसिल और टेरी यूनिवर्सिटी से फ़िलहाल छुट्टी पर हैं. उनके कानूनी मामले को देखते हुए गवर्निंग कौंसिल उनकी छुट्टियों की समीक्षा करेगी, तब तक वो छुट्टी पर बने रहेंगे.
इस बीच अशोक चावला को टेरी गवर्निंग काउंसिल का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है. काउंसिल ने नए डायरेक्टर जनरल अजय माथुर को इसका सदस्य बनाते हुए पूरे कार्यकारी अधिकार उन्हें दे दिए हैं.
पचौरी की नियुक्ति पर गंभीर चिंता जाहिर करते हुए टेरी के पूर्व छात्रों ने कहा कि इससे संस्थान की छवि धूमिल होगी.
वहीं, प्रख्यात वकील इंदिरा जयसिंह ने सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए हैरानगी जताई है कि अपने हाथों में शक्ति रखने के बावजूद उसने उन्हें क्यों नहीं हटाया.
कुछ दिनों पहले ही आर के पचौरी को टेरी का वाइस चेयरमैन नियुक्त किया गया था. लेकिन एक महिला कर्मचारी के यौन उत्पीड़न के आरोपों के चलते उनसे इस्तीफा ले लिया गया. इसके बाद एक अन्य महिला ने भी उन पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया.
हालांकि आर के पचौरी इन आरोपों से इंकार करते रहे हैं.
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