जम्मू-कश्मीर में एलओसी पर पाकिस्तान के आर्मी चीफ के दौरे के बाद कश्मीर के कृष्णा घाटी में पाकिस्तान की ओर से बीएसएफ पेट्रोलिंग टीम पर किए गए हमले और दो जवानों के शव के साथ बर्बरता करने के मामले में सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने मंगलवार को खुलासा किया है. बीएसएफ के मुताबिक, इस हमले में इस्लामाबाद की बॉर्डर एक्शन टीम शामिल थी और इस टीम में मुजाहिद्दीन के आतंकी भी थे.
सीमा सुरक्षा बल के अतिरिक्त महानिदेशक केएन चौबे ने मीडिया से बात करने के दौरान बताया कि किस तरह पाकिस्तान की BAT ने लगातार फायरिंग की और दो भारतीय जवानों के शव को क्षत विक्षत किया.
सीमा सुरक्षा के लिए कृष्णा घाटी में आर्मी और बीएसएफ की संयुक्त टीम तैनात की गयी थी. जब टीम नियमित मेंटिनेंश के लिए जा रही थी तभी पाकिस्तान की ओर से अचानक हमली शुरू हो गया. इस बीच बॉर्डर एक्शन टीम ने शहीद जवानों के शव को क्षत-विक्षत कर दिया. टीम में रेग्युलर आर्मी और मुजाहिद्दीन के प्रशिक्षित आतंकी थे.केएन चौबे, अतिरिक्त महानिदेशक, बीएसएफ
चौबे ने कहा, 'मैं औपचारिक तौर पर इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहूंगा. लेकिन हां, सभी जानते हैं कि यह हमला एलओसी पर पाकिस्तान आर्मी चीफ के दौरे के तुरंत बाद किया गया.
बीएसएफ की वेस्टर्न कमांड के एडीजी ने कहा कि सेना और बीएसएफ मिलकर मंथन करेंगे और इस तरह की घटनाओं को कम करने के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) को संशोधित करेंगे.
सोमवार को हुए हमले में शहीद हुए थे दो जवान
सोमवार को पुंछ के कृष्णा घाटी में बीएसएफ पोस्ट पर हुए हमले में दो जवान शहीद हो गए थे. बीएसएफ के मुताबिक, इन जवानों के शव के साथ पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम ने बर्बरता भी की थी.
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