जम्मू कश्मीर के पंपोर में हुआ आतंकी हमले पर भारत में पाक उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने संवेदनहीन और शर्मनाक बयान दिया है. कश्मीर में शहीद हुए 8 जवानों पर जब उनसे प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने ये कहकर सबको चौंका दिया कि
‘यह रमजान का महीना है, अभी इफ्तार की पार्टी है उस पर बात कीजिये और पार्टी का आनंद लीजिये.’
क्या हुआ था पंपोर में?
जम्मू- कश्मीर के पुलवामा जिले में सीआरपीएफ की एक बस पर आतंकियों ने शनिवार को हमला कर दिया. इस हमले में 8 जवान शहीद हो गए जबिक 22 घायल जवानों का इलाज चल रहा है. आतंकी घात लगाकर बैठे थे और जैसे ही श्रीनगर-जम्मू नेशनल हाई-वे पर जवानों से भरी बस इस इलाके से गुजरी उपसर हमला कर दिया गया. मुठभेड़ में दो आतंकियों को मार गिराया गया है.
लश्कर के दो आतंकवादी एक निजी कार में विपरीत दिशा से सामने आ गए और सीआरपीएफ बस सामने खड़े होकर अंधाधुंध गोलीबारी करने लगे. बाद में उन्होंने बस में भी घुसने की कोशिश की. सीआरपीएफ की रोड ओपनिंग पार्टी (आरओपी) तेजी से हरकत में आई और दोनों आतंकवादियों को मार गिराया.
लश्कर-ए-तैयबा के प्रवक्ता अब्दुल्ला गजनवी ने श्रीनगर की कुछ स्थानीय न्यूज एजेंसियों को ईमेल से बयान जारी में इस हमले की जिम्मेदारी ली है.
पीएम ने शहीदों को किया सलाम
पीएम ने कहा, ‘’मैं जम्मू-कश्मीर में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों की बहादुरी को सलाम करता हूं. देश की सेवा में जवानों के शहीद होने से दुख हुआ.
शहीद जवानों के परिवारों के लिए मेरी संवेदनाए. आतंकी हमले में घायल जवानों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं.नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
गृहमंत्री ने जताया शोक
महबूबा मुफ्ती ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि
जम्मू- कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि ऐसे खून- खराबों से ये साफ है कि आतंकी राज्य में अमन चैन नहीं रहने देना चाहते.
इस व्यस्त राजमार्ग पर हमले के तुरंत बाद यातायात रुक गया था, जो शनिवार शाम के बाद बहाल हो गया जबकि पंपोर शहर के आसपास तनाव कायम है.
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