पीटीआई नेता और पाकिस्तान (Pakistan) की पूर्व मंत्री शिरीन मजारी ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त मिशेल बाचेलेट को लिखे एक पत्र में राणा सनाउल्लाह को गृह मंत्री नियुक्त करने के शहबाज शरीफ सरकार के फैसले की अलाोचना की है। मीडिया रिपोर्ट से यह जानकारी सामने आई है।
द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, मजारी, (जो इमरान खान सरकार में मानवाधिकार मंत्री थे) ने दावा किया है कि शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार ने आतंकवादी समूहों के सहयोगी और एक कथित हत्यारे को आंतरिक मंत्री नियुक्त किया है।
पीटीआई नेता ने यह भी दावा किया है कि सनाउल्लाह, जो मॉडल टाउन मामले में आरोपी हैं, अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ धर्म कार्ड का उपयोग कर रहे हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य के पेट्रोलियम राज्य मंत्री डॉ मुसादिक मलिक ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मजारी ने एक पत्र ही नहीं लिखा, बल्कि संयुक्त राष्ट्र से पीटीआई को बचाने के लिए अपील की थी।
मलिक ने कहा, अमेरिका साजिश कर रहा है और संयुक्त राष्ट्र को एक अनुरोध भेजा गया है। वाह, क्या साजिश है। उन्होंने यह भी सवाल किया कि किस आधार पर पीटीआई नेता संयुक्त राष्ट्र से अपील कर रही हैं।
इमरान खान को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए पद से हटाए जाने के बाद पिछले महीने पीएम शहबाज शरीफ ने शपथ ली थी।
अपनी शपथ के बाद पीएम शहबाज ने 33 लोगों को अपनी कैबिनेट में शामिल किया, जिनमें राणा सनाउल्लाह भी हैं।
सनाउल्लाह के शपथ लेने के बाद उन्हें गृह मंत्री बनाया गया था।
उनके कार्यालय में पदोन्नत होने के बाद से पीटीआई ने दावा किया है कि मौजूदा सरकार उनके खिलाफ अभियान शुरू करेगी। हालांकि, पीएमएल-एन, (जो गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रही है) ने इस बात से इनकार किया है कि वह ऐसा करेगी।
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