संसद (Parliament) के शीतकालीन सत्र के 12वें दिन भी विपक्षी पार्टियों का दोनों सदनों में हंगामा जारी रहा. विपक्ष चीन (China) के मुद्दे पर लगातार चर्चा की मांग कर रहा है. वहीं कोरोना (Covid) संक्रमण पर देश को संदेश देने के लिए आज दोनों सदनों के सभापति सहित कई नेताओं ने मास्क पहना हुआ था. स्वास्थ्य मंत्री ने महामारी को लेकर जानकारी दी. बिहार (Bihar) वाली टिप्पणी पर हंगामे के बाद पीयूष गोयल (Piyush Goyal) ने वापस लिया बयान. विपक्ष पर भड़के सभापति. जानिए संसद के बड़े अपडेट.
कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई- केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने संसद में कहा कि, "कोरोना महामारी अभी खत्म नहीं हुई है. कोरोना समय-समय पर अपना स्वरूप बदल रहा है इसलिए सतर्कता बरतने की जरूरत है. चीन, जापान, कोरिया जैसे देशों में कोविड के केस बढ़े हैं. राज्यों को कोविड वित्तीय सहायता दी गई है. केन्द्र और राज्य सरकार ने साथ मिलकर 220 करोड़ वैक्सीन डोज दिए हैं, 90 फीसदी से ज्यादा आबादी वैक्सीन की दोनों डोज ले चुकी है."
भारत ने वैश्विक परिस्थितियों पर नजर बनाए रखी हुई है. राज्यों को जीनोम सिक्वेंसिंग की सलाह दी गई है, राज्यों को हैंड सेनेटाइज और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए. विदेश से आने वाले यात्रियों की रैंडम सैंपलिंग करनी शुरू कर दी गई है.मनसुख मांडविया, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री
मेरा बिहार के लोगों का अपमान करने का कोई इरादा नहीं था- पीयूष गोयल
राज्यसभा में दिन पहले बिहार को लेकर पीयूष गोयल ने की टिप्पणी को वापस लेने की बात की. गोयल के बिहार वाले बयान पर सियासी बवाल मच गया था जिसके बाद उन्होंने अपना बयान वापस लिया.
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि, "मैं ये साफ कर देना चाहता हूं कि मेरा बिहार या वहां के लोगों का अपमान करने का कोई इरादा नहीं था. इससे अगर किसी की भावनाएं आहत हुई हैं, तो मैं अपना बयान तुरंत वापस लेता हूं."
दरअसल 21 दिसबंर को आरजेडी सांसद मनोज झा किसी मुद्दे पर बोल रहे थे तभी पीयूष गोयल बीच में बोल पड़े कि, "इनका बस चले तो देश को बिहार बना दें." बस इसके बाद सियासी बवाल मच गया था. मनोज झा ने कहा कि, "आप मुझ पर टिप्पणी कर लें, लेकिन मेरे राज्य बिहार को लेकर ऐसी टिप्पणी ना करें." इसके बाद कई नेताओं ने गोयल की टिप्पणी पर माफी की मांग की. यहां तक की आज सांसदों ने संसद भवन पर धरना भी दिया.
खड़गे बोले- "आप हंसते हुए अच्छे लगते हैं", सभापति ने कहा- "आप सीट पर बैठे हुए अच्छे लगते हैं"
राज्यसभा में चीन को लेकर लगातार नारेबाजी कर रहे विपक्षी नेताओं से सभापति जगदीप धनखड़ नाराज हो गए. उन्होंने कहा कि, "आप इस तरह का व्यवहार कैसे कर सकते हैं. आप इस तरह से चेयर के सामने नहीं आ सकते. वेल में आए सदस्य मुझे सख्त कार्रवाई करने के लिए मजबूर कर रहे हैं."
बाद में जब नेता अपनी सीट पर बैठ गए तो मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि, "विपक्ष के किसी भी सदस्य का मकसद आपका अपमान करना नहीं है. हम आपका सम्मान करते हैं. संसद के लोकतंत्र में ऐसा होता है. लेकिन आप गुस्से में आ जाते हैं."
सभापति ने कहा कि, "मुझे गुस्सा नहीं आता खड़गे जी, क्योंकि मैंने 40 साल तक वकालत की है. वकील को गुस्सा करने का राइट नहीं है." तो खड़गे ने कहा कि, "आप हंसते हुए ही अच्छे लगते हैं." इसके बाद सभापति भी बोल पड़े कि, और आप लोग अपनी सीटों पर बैठे हुए अच्छे लगते हैं. मैं आपको रूल नहीं बताउंगा तो किसे बताउंगा?
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