देश की सबसे बड़ी डिजिटल पेमेंट्स कंपनी Paytm के शेयरों में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है. पेटीएम की मूल कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड के शेयर मंगलवार को 12.7 फीसदी गिरकर 589 रुपए पर बंद हुए, जो अभी तक का सबसे निचला स्तर है.
चाइनीज फर्मों के साथ डेटा शेयर करने का आरोप
कंपनी के शेयर की कीमतों में गिरावट का कारण भारतीय रिजर्व बैंक का प्रतिबंध बताया जा रहा है. ब्लूमबर्ग ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि RBI ने चीन की कंपनियों के साथ डेटा शेयर करने को लेकर फिनटेक फर्म पेटीएम पर कार्रवाई की है. रिपोर्ट के मुताबिक, 11मार्च को RBI ने सख्त कदम उठाते हुए Paytm पेमेंट बैंक को नए ग्राहकों को जड़ने और बनाने पर रोक लगा दी थी. क्योंकि, इसने अपने डेटा को विदेशी सर्वर तक जाने की अनुमति दी थी, जो भारत के डेटा लोकलाइजेशन नियमों का उल्लंघन था. इसके अलावा उसने अपने ग्राहकों का ठीक से वेरिफिकेशन भी नहीं किया था.
RBI ने IT ऑडिट फर्म नियुक्त करने के दिए निर्देश
इसके साथ ही RBI ने Paytm को अपने IT ऑडिट फर्म की नियुक्ति करने का निर्देश दिया था. जिसके जवाब में Paytm पेमेंट बैंक ने अपने एक बयान में कहा कि वह RBI की चिंताओं को दूर करने के लिए बैंकिग नियामक के साथ काम कर रहा है. बैंक ने कहा कि जब वह RBI से मंजूरी प्राप्त कर लेगा तो दोबारा से नए खाते खोलने की सूचना देगा.
आरोपों पर क्या बोली कंपनी?
पेटीएम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विजय शेकर शर्मा ने 14 मार्च को उस रिपोर्ट का खंडन किया, जिसमें आरोप लगाया गया था कि बैंक ने चीनी फर्मों को डेटा लीक करने की अनुमति दी थी. उन्होंने कहा कि रिपोर्ट तथ्यात्मक रूप से पूरी गलत है. यह मानना गलत है कि बैंक, चीनी या किसी अन्य विदेशी संस्थाओं के साथ कोई डेटा साझा कर रहा है.
30 करोड़ से ज्याद Paytm के वॉलेट यूजर
Paytm पेमेंट्स बैंक की वेबसाइट के मुताबिक, उसके पास 30 करोड़ से अधिक वॉलेट और 6 करोड़ बैंक खाते हैं. बैंक का कहना है कि उसके पास 100 मिलियन से अधिक KYC खाताधारक वाले ग्राहक हैं और हर महीने 0.4 मिलियन उपयोगकर्ता जोड़ रहे हैं.
देश का सबसे बड़ा IPO
Paytm का IPO 8 नवंबर को खुला था. 18,300 करोड़ रुपए का यह IPO देश में अब तक का सबसे बड़ा IPO था. इससे पहले ये रिकॉर्ड दिग्गज सरकारी कंपनी कोल इंडिया के नाम था, जिसका IPO साल 2010 में 15475 करोड़ रुपए का था.
निवेशकों का प्रति शेयर पर 1,561 रुपए का नुकसान
डिजिटल पेमेंट ऐप Paytm की पैरेंट कंपनी One97 Communication के शेयर 18 नवंबर 2021 को स्टॉक मार्केट में लिस्ट हुए थे. उस समय कंपनी ने IPO के लिए 2,150 रुपए प्रति शेयर का इश्यू प्राइस तय किया था. मौजूद समय में कंपनी का शेयर लुढ़ककर 589 रुपए पर आ गया है.ऐसे में इस IPO को सब्सक्राइब करने वालों को प्रति शेयर 1,561 रुपए का नुकसान हो चुका है. कंपनी का शेयर 72 फीसदी से नीचे गोते लगा रहा है.
मार्केट कैप 38 हजार करोड़ पर पहुंचा
Paytm का मार्केट कैप 38 हजार करोड़ रुपए पर पहुंच गया है. हालांकि, जब वह अपने IPO प्राइस पर लिस्ट हुआ था तब इसका मार्केट कैप 1.48 लाख करोड़ रुपए था.
ब्रोकरेज फर्म Macquarie Securities India का अनुमान Paytm स्टॉक पर लगातार सही साबित हो रहा है. इस कंपनी ने सबसे पहले Paytm के लिए 900 रुपए का नया टारगेट प्राइस सेट किया था. इसके बाद कंपनी ने फरवरी में इसके लिए टारगेट प्राइस घटाकर 700 रुपए कर दिया था. लेकिन, मौजूदा समय में Paytm का स्टॉक इससे भी नीचे 589 रुपए पर आ चुका है.
लगातार घाटा झेल रही Paytm
Paytm लगातार घाटे में चल रही है. हालांकि, कंपनी ने IPO के मसौदे में ही कह दिया था कि वह गारंटी नहीं दे सकती कि आगे फायदा कमाएगी. पिछले तीन साल का रिकॉर्ड देखें तो कंपनी को शुद्ध घाटा ही हुआ है.
Paytm में किसकी कितनी हिस्सेदारी
पेटीएम के शेयर होल्डर्स में एंट ग्रुप की 30.33 फीसदी हिस्सेदारी है. इसके अलावा जापान के सॉफ्टबैंक विजन फंड की 18.73 फीसदी, इलिवेशन कैपिटल की 17.65 फीसदी, विजय शेखर शर्मा की 14.97 फीसदी, अलीबाबा की 7.32 फीसदी हिस्सेदारी है. शेष 11 फीसदी में टी रो प्राइज, एजी एच होल्डिंग, डिस्कवरी कैपिटल और बर्कशायर हैथवे की हिस्सेदारी है.
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