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अब इजरायल से पेगासस के लेटेस्ट वर्जन के बारे में पूछें PM मोदी- चिदंबरम का तंज

न्यू यॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि भारत सरकार ने 2017 में इजरायल से पेगासस स्पाईवेयर खरीदा था

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न्यूज
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न्यू यॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट (New York Times Pegasus Report) में इस बात का खुलासा होने के बाद कि भारत सरकार ने 2017 में इजरायल से पेगासस स्पाईवेयर खरीदा था, पूरा विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर इसे देशद्रोह बताया था.

अब कांग्रेस के ही एक और नेती पी चिदंबरम ने ट्वीट कर इस मामले पर चुटकी ली है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि,

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पीएम ने कहा था कि भारत-इजरायल संबंधों में नए लक्ष्य निर्धारित करने का ये सबसे अच्छा समय है. बेशक, यह इजरायल से पूछने का सबसे अच्छा समय है कि क्या उनके पास पेगासस स्पाइवेयर का कोई लेटेस्ट वर्जन है.

क्या है पूरा मामला? 

दरअसल अमेरिका के अखबार न्यू यॉर्क टाइम्स ने अपनी एक इनवेस्टिगेटिव रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि भारत सरकार ने 2017 में इजरायल के साथ एक बड़े हथियार सौदे के तहत स्पाइवेयर टूल पेगासस खरीदा था.

स्पाइवेयर इजरायल के ही एनएसओ ग्रुप द्वारा तैयार किया गया था और यह स्मार्टफोन को हैक करने उसे पूरी तरह कंट्रोल करने में सक्षम है.

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जुलाई 2021 में, फॉरबिडन स्टोरीज के नेतृत्व में वाशिंगटन पोस्ट और द वायर सहित 16 मीडिया पार्टनर्स की सामूहिक रिपोर्ट में पूरी दुनिया में पेगासस के इस्तेमाल का खुलासा हुआ था. भारत में, एमनेस्टी इंटरनेशनल की सिक्योरिटी लैब द्वारा किए गए फोरेंसिक जांच के बाद पेगासस के 10 से अधिक मामलों का पता चला था.

न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि भारत ने स्पाइवेयर की खरीद भारत और इजरायली सरकारों के बीच करीब 2 बिलियन डॉलर की आर्मस डील के साथ की थी. रिपोर्ट के मुताबिक ये आर्म डील 2017 की है, जब प्रधानमंत्री मोदी इजरायल दौरे पर जाने वाले भारत के पहले प्रधानमंत्री थे.

इस रिपोर्ट के खुलासे के बाद भारत में एक बार फिर पेगासस मुद्दा गरमा गया है. आपको बता दें कि फिल्हाल भारत में सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की जांच के लिए एक कमेटी पहले से गठित कर रखी है.

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