रॉयटर्स के फोटो जर्नलिस्ट दानिश सिद्दीकी की हत्या की खबर है. दानिश सिद्दीकी अफगानिस्तान में खबर कवर करने के लिए पिछले कुछ दिनों से वहां गए थे. दानिश सिद्दीकी दिल्ली के रहने वाले थे. अफगानिस्तान के समाचार चैनल टोलो न्यूज ने सूत्रों के हवाले से इस बात की जानकारी दी है.दानिश की आखिरी खबर कांधार से ही थी, जिसमें उन्होंने तालिबान और अफगान सुरक्षाबलों के बीच भीषण लड़ाई के बारे में बताया था.
दानिश सिद्दीकी की मौत कांधार प्रांत के स्पिन बोल्डक इलाके में हुई है, जहां वह मौजूदा हालत को कवर कर रहे थे.
भारतीय दूतावास दानिश का शव हासिल करने की कोशिश कर रहा है. जहां पर दानिश की मौत हुई, वहां अब भी युद्ध जारी है, इसलिए इसमें दिक्कत आ रही है. बता दें कि सुरक्षा कारणों से पिछले महीने से भारतीय मिशन ने कांधार में अपना दफ्तर बंद किया था और पूरे स्टाफ को दिल्ली के लिए एयरलिफ्ट किया गया था. दानिश जब रिपोर्टिंग कर रहे थे तो वो अफगान सुरक्षाबलों के साथ थे.
दानिश की आखिरी खबर कांधार से ही थी, जिसमें उन्होंने तालिबान और अफगान सुरक्षाबलों के बीच भीषण लड़ाई के बारे में बताया था.
हाल फिलहाल दानिश की वो तस्वीर बहुत चर्चा में आई थी जब दिल्ली के एक श्मशान घाट में ली गई थी. इस एक तस्वीर से पूरी पिक्चर साफ हो रही थी कि कैसे कोरोना की दूसरी लहर में भारत में बहुत ज्यादा मौतें हो रही हैं.
दानिश मुंबई में रहते हुए रॉयटर के लिए काम करते थे हालांकि बाद में वो दिल्ली शिफ्ट हो गए थे. दानिश अपने पीछे अपनी पत्नी और दो बच्चों को छोड़ गए हैं. दानिश की पत्नी जर्मनी से हैं.
दानिश सिद्दीकी ने साल 2018 में अदनान आबिदी के साथ पुलित्जर पुरस्कार जीता था, उस समय वह पुलित्जर पुरस्कार जीतने वाले पहले भारतीय बने थे. दानिश ने रोहिंग्या शरणार्थी संकट को भी कवर किया था.
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