पीएम मोदी जापान पहुंच चुके हैं. वहां उन्होंने जापान के सम्राट अकिहितो से मुलाकात की. पीएम मोदी ने जापान के टोक्यो में इंडिया-जापान व्यापार सभा के दौरान संबोधित करते समय भारत-जापान के रिश्तें को लेकर कई अहम बातों का जिक्र किया.
एशिया दुनिया का उभरता हुआ बाजार
पीएम मोदी ने कहा एशिया वैश्विक विकास का नया केंद्र है. इसके लिए उन्होंने एशिया के बड़े बाजार और बढ़ते उत्पादन को जिम्मेदार बताया.
भारत और जापान मजबूत देश हैं
भारत जापान दोनों मजबूत देश हैं. एशिया के बढ़ते प्रभाव के लिए दोनों को अहम किरदार निभाना होगा. अगर दोनों देश मजबूत होंगे तो एशिया के साथ-साथ दुनिया में भी स्थिरता आएगी.जापान भारत में एफडीआई का चौथा सबसे बड़ा निवेशक बन चुका है. अगर मेड इन इंडिया और मेड इन जापान साथ काम करें तो काफी अच्छा काम हो सकता है. जापान के लिए भारत में पैसा लगाना काफी फायदेमंद है. भारत में मजदूरी का खर्च कम है, घरेलू बाजार काफी बड़ा है और इकॉनोमी भी स्थिर है.प्रधानमंत्री मोदी
‘भारत में व्यापार करना आसान’
पीएम मोदी के मुताबिक पिछले दो सालों में भारत में एफडीआई इक्विटी 52 फीसदी बढ़ी है, वहीं ग्लोबल कांपटीटिव इंडेक्स में भी भारत 32 स्थान ऊपर उठ चुका है. प्रधानमंत्री ने इसके लिए पिछले दो सालों में भारत सरकार द्वारा किए गए प्रयासों को जिम्मेदार बताया है.
आपको बता दे कि अभी भारत और जापान के बीच 12 समझौतों पर हस्ताक्षर होने बाकी हैं. दोनों देशों के बीच अहम असैन्य परमाणु करार होने की भी संभावना है.
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