आपको बता दें कि संसद सत्र के दौरान प्रधानमंत्री आमतौर पर अलग-अलग समूह में भाजपा सांसदों से मुलाकात करते रहते हैं। मुलाकातों की इन्ही कड़ी के तहत प्रधानमंत्री ने बुधवार को दक्षिण भारत से आने वाले भाजपा सांसदों के साथ मुलाकात की थी। गुरुवार को उन्होने मध्य प्रदेश के भाजपा सांसदों के साथ मुलाकात की और शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के कई सांसदों से मुलाकात करने वाले हैं।
वैसे तो सांसदों के साथ नाश्ते पर प्रधानमंत्री मोदी की यह औपचारिक मुलाकात है, लेकिन उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष की शुरूआत में होने जा रहे विधान सभा चुनाव के मद्देनजर इसे काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि नाश्ते पर प्रदेश के सांसदों के साथ मुलाकात के दौरान पीएम मोदी प्रदेश के राजनीतिक माहौल को लेकर सांसदों का फीडबैक ले सकते हैं और साथ ही चुनावी तैयारियों और मुद्दो को लेकर अहम टिप्स भी दे सकते हैं।
शुक्रवार को होने वाली इस मुलाकात के दौरान भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी के अलावा अन्य कई केंद्रीय मंत्री भी मौजूद रह सकते हैं।
आपको बता दें कि इससे पहले बुधवार को दक्षिण भारत के सांसदों और गुरुवार को मध्य प्रदेश के सांसदों के साथ मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री ने उनके राज्यों से जुड़े मुद्दों पर बात करने के साथ ही उन्हे राजनीति से अलग हटकर सामाजिक गतिविधियों में भी शामिल होने का गुरुमंत्र दिया था। प्रधानमंत्री ने इन सांसदों को सांसद खेल स्पर्धा, सांसद तंदुरुस्त बाल स्पर्धा, और सूर्य नमस्कार स्पर्धा का आयोजन करने के साथ ही संसदीय कार्यवाही में भी सक्रियता से शामिल होने को कहा था। उन्होने सांसदों को वीआईपी सुविधा लेने से बचने और सामाजिक कार्यों के जरिए समाज पर प्रभाव डालने की नसीहत भी दी।
--आईएएनएस
एसटीपी/एएनएम
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