ADVERTISEMENTREMOVE AD

MP: शिवराज मंत्रिमंडल में 9 नए मंत्री, 2 बुजुर्ग नेताओं की छुट्टी

शिवराज सरकार मंत्रिमंडल में फेरबदल करने के लिए 2 दिन से दिल्ली से लेकर भोपाल तक मंथन कर रही थी.

Published
story-hero-img
i
छोटा
मध्यम
बड़ा

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया. मुख्यमंत्री ने 9 नए मंत्रियों को मंत्रिमंडल में शामिल किया. वहीं दो बुजुर्ग मंत्रियों, गृहमंत्री बाबूलाल गौर और लोक निर्माण मंत्री सरताज सिंह को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.

शिवराज के तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद यह पहला मंत्रिमंडल विस्तार है. मंत्रिमंडल में शामिल नए मंत्रियों को राज्यपाल रामनरेश यादव ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. इनमें 4 कैबिनेट और 5 राज्यमंत्री हैं. अब मंत्रियों की संख्या बढ़कर 31 (मुख्यमंत्री के अतिरिक्त) हो गई है.

ये हैं नए मंत्री

कैबिनेट मंत्री- ओमप्रकाश धुर्वे, अर्चना चिटनीस, रुस्तम सिंह और जयभान सिंह पवैया.

राज्यमंत्री- विश्वास सारंग, संजय पाठक, ललिता यादव, हर्ष सिंह और सूर्यप्रकाश मीणा.

2 दिन चला था मंथन

इस मंत्रिमंडल में किसे जगह दी जाए और किसकी छुट्टी की जाए, इसको लेकर पार्टी में 2 दिन तक दिल्ली से लेकर भोपाल तक में मंथन चला था. मुख्यमंत्री खुद बुधवार को पार्टी के प्रदेश प्रभारी डॉ. विनय सहस्रबुद्धे के साथ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और संगठन महामंत्री रामलाल से मिले थे और संभावित मंत्रियों के नामों पर चर्चा की थी.

फिर भी बात नहीं बनी, तो गुरुवार की सुबह पार्टी के प्रदेश प्रभारी सहस्रबुद्धे और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने भोपाल पहुंचकर मुख्यमंत्री से खास चर्चा की.

बुजुर्ग नेताओं को ‘आराम’

पार्टी में मंथन के बाद 70 वर्ष की उम्र पार कर चुके गृहमंत्री बाबूलाल गौर और लोक निर्माण मंत्री सरताज सिंह को रेस्‍ट देने को फैसला किया गया. लेकिन हाईकमान का इस्तीफा देने संबंधी संदेश लेकर पहुंचे पार्टी के प्रदेश प्रभारी डॉ. विनय सहस्रबुद्धे और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान को खरी-खोटी सुननी पड़ी.

दोनो मंत्रियों ने काफी ना-नुकुर के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया. लेकिन लोक निर्माण मंत्री सरताज सिंह ने कहा कि हाईकमान का आदेश सर्वोपरि है, पर पार्टी हाईकमान को भी उनका संदेश पहुंचा दें कि चुनाव में उम्र जीत नहीं दिलाती, बल्कि काम दिलाता है.

उम्र चुनाव नहीं जिताती, बल्कि नेता की सक्रियता और कार्य-प्रणाली दिलाती है. मैं सरकार के उन मंत्रियों में से हूं, जिसने सर्वाधिक दौरे किए हैं. अगर उम्र काम में बाधक होती, तो ऐसी स्थिति नहीं होती.
सरताज सिंह, लोक निर्माण मंत्री

वहीं गृहमंत्री बाबूलाल गौर ने कहा कि उन्हें पार्टी का निर्देश हुआ था, उसका पालन करते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. बाबूलाल गौर मध्य प्रदेश सरकार के वैसे मंत्री रहे हैं, जो अपने अजब-गजब बयानों से हमेशा सुर्खियों में रहते आए हैं. इन पर एक महिला के साथ अश्लील हरकत का आरोप लगा था. देखिए वीडियो

(एजेंसी इनपुट्स के साथ)

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

सत्ता से सच बोलने के लिए आप जैसे सहयोगियों की जरूरत होती है
मेंबर बनें
×
×