सूखे की मार झेल रहे बुंदेलखंड के लिए केंद्र सरकार की ओर से वाटर ट्रेन भेजे जाने और यूपी सरकार द्वारा केंद्र की मदद लेने से इंकार करने को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है.
बुंदेलखंड एक लंबे अरसे से सूखे की चपेट में है जिसके चलते न तो वहां फसलों की पैदावार हो रही है और न ही लोगों को पीने का पानी उपलब्ध है. इसी को लेकर ट्रेन के जरिए लातूर को पानी भेजने के बाद केंद्र सरकार ने बुंदेलखंड का रुख किया था. ट्रेन को पानी लेकर महोबा पहुंचना था लेकिन महोबा प्रशासन द्वारा मदद लेने से इंकार किए जाने के बाद ट्रेन को झांसी रेलवे स्टेशन पर ही रोक दिया गया.
केंद्र सरकार की मदद लेने से इंकार किए जाने को लेकर राज्यमंत्री शिवपाल यादव ने कहा है कि राज्य सरकार ने सूखे से निपटने के लिए सभी जरूरी इंतजाम कर लिए हैं इसलिए उन्हें पानी की जरूरत नहीं है. इन खबरों के आने के साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आधिकारिक ट्वीटर अकांउट से 22 घंटों के भीतर एक के बाद एक करीब दर्जन भर से ज्यादा ट्वीट किए गए.
इन ट्वीट्स के जरिए दिखाया गया कि बुंदेलखंड में सूखे से निपटने के लिए सरकार प्रयास कर रही है और बुंदेलखंड के कई इलाकों में पानी की कोई कमी नहीं है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)