लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद के आगामी मानसून सत्र से संबंधित मुद्दों पर चर्चा के लिए 18 जुलाई को सभी सदनों के नेताओं की सर्वदलीय बैठक बुलाई है. सूत्रों ने बताया कि बैठक सुबह 11 बजे से संसद परिसर में शुरू होने की संभावना है.
सूत्रों ने बताया कि संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी भी बैठक के दौरान सदन के नेताओं से बातचीत करेंगे और 19 जुलाई से सत्र शुरू होने से पहले उनके विचार लेंगे.
बैठक को मानसून सत्र से एक दिन पहले बुलाया गया है, जो 19 जुलाई से 13 अगस्त के बीच चलेगा. यह मौजूदा कोविड -19 महामारी की दूसरी लहर के बाद पहला सत्र होगा. सत्र का समय सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक रहेगा.
बैठक महत्वपूर्ण है., क्योंकि मॉनसून सत्र में विपक्षी सरकार को पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतें और कोविड की दूसरी लहर के दौरान बुनियादी ढांचे की कमी इत्यादि मुद्दों पर घेरने को तैयार हैं.
इस बीच, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, अमित शाह और राजनाथ सिंह सहित भाजपा के शीर्ष नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों ने आगामी मानसून सत्र से संबंधित मामलों पर चर्चा करने और विपक्ष का मुकाबला करने के लिए पार्टी की रणनीति तैयार करने के बारे में कल शाम एक बैठक की. बैठक केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर हुई.
बैठक में केंद्रीय मंत्री धर्मेद्र प्रधान, भूपेंद्र यादव, मुख्तार अब्बास नकवी, राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और वी. मुरलीधरन सहित अन्य नेता मौजूद थे. उनके अलावा संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी भी बैठक में शामिल हुए.
कोरोनोवायरस महामारी अभी भी जारी है, सत्र संसद के दोनों सदनों में आयोजित किया जाएगा, जिसमें सभी आवश्यक प्रोटोकॉल और सांसदों को सामाजिक दूरी के आधार पर समायोजित करने की व्यवस्था की जाएगी.
महामारी की चपेट में आने के बाद से पिछले साल के बजट और मानसून सत्र और इस साल के बजट सत्र को जल्दी बंद करना पड़ा था, जिसके संसद सत्र प्रभावित हुआ है. सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट के कारण 2020 के शीतकालीन सत्र को पूरी तरह से छोड़ दिया गया था.
सांसदों और संसद के कर्मचारियों के बीच टीकाकरण की उच्च दर ने लंबे संसद सत्र और उच्च उत्पादकता की संभावना बढ़ी है.
लोकसभा में लगभग 17 विधेयकों को पेश करने के लिए सूचीबद्ध किया गया है, जिसमें बहस और पारित होने के लिए पांच विधेयक शामिल हैं, और इसी तरह के विधेयकों को राज्यसभा में भी सत्र के दौरान पेश किए जाने की उम्मीद है.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला द्वारा इस सप्ताह की शुरुआत में तैयारियों का जायजा लेने के बाद मानसून सत्र की तारीखों का फैसला किया गया.
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