समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाथरस में हुई घटना को लेकर योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा. अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी में हाथरस जैसी वारदातें हो रही हैं और सीएम बंगाल घूम रहे हैं. रामराज की बात करने वालों की सरकार में बेटियां, महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. उन्होंने कहा कि हाथरस की पीड़ित बेटी से मिलने एसपी का एक प्रतिनिधिमंडल भेजा जाएगा. मैं खुद उस बेटी से मिलने जाऊंगा.
उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता समाजवादी पार्टी की तरफ देख रही है. यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार ने सारी व्यवस्था खराब कर दी. हमने मंडियां बनाईं, सरकार उन मंडियों को समाप्त कर रही है. किसान को सिर्फ बाजार के भरोसे नहीं छोड़ सकते हैं.
‘बीजेपी सरकार को बहुमत का घमंड’
एसपी सुप्रीमो ने कहा कि बीजेपी को बहुमत का घमंड हो गया है, हाथरस की घटना पर बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि,
“हाथरस जैसी घटनाएं हो रहीं और सरकार को किसी की परवाह नहीं हैं. मुख्यमंत्री कहते हैं ठोक दो, बीजेपी को बहुमत का घमंड है. हाथरस में एक और लड़की पर अत्याचार हुआ है. रामराज्य लाने वालों के राज्य में ऐसा हो रहा है.”
अखिलेश ने कहा कि, "कस्टोडियल एनकाउंटर हो रहे हैं. सरकार लोगों को डरा रही है. सरकार सीबीआई, ईडी और इनकम टैक्स से डरा रही है. हाथरस के मामले पर शर्म से सिर झुक गया है. किसान आंदोलन के समय मुकदमे दर्ज हुए हैं. 10 हजार सपा कार्यकर्ताओं पर केस दर्ज हुए हैं."
अखिलेश यादव ने पूर्व विधायक राम कृपाल कोल, कामता सिंह बघेल, देवेंद्र प्रताप सिंह, बीजेपी के संतोष कुमार, बीजेपी के संजीव वर्मा, बीएसपी के परवेज उमर अहमद को समाजवादी पार्टी की सदस्यता दिलाई.
क्या है हाथरस का मामला?
बता दें कि उत्तर प्रदेश में हाथरस के नौजरपुर गांव में बेटी से छेड़छाड़ की शिकायत करने वाले पिता की सोमवार शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई. बताया जा रहा है कि आरोपी छेड़छाड़ का केस वापस लेने के लिए पीड़ित परिवार पर दबाव बना रहा था. मृतक की बेटी ने 6 लोगों पर केस दर्ज कराया है. इनमें से एक को गिरफ्तार कर लिया गया है.
एसपी विनीत जायसवाल ने बताया कि देर रात एक आरोपित ललित शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है. अन्य की तलाश जारी है. इधर घटना के बाद देर रात आईजी अलीगढ़ रेंज पीयूष मोर्डिया सासनी कोतवाली पहुंच गए थे. वह पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं. घटना में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रासुका लगाने के निर्देश दिए हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)