गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव के बैकग्राउंड में समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि इन चुनावों ने देशभर को एक संदेश दिया है. उन्होंने कहा कि इससे साबित होता है कि बीजेपी को हराना संभव है. फूलपुर-गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव में एसपी ने बीएसपी के समर्थन हासिल कर बीजेपी को मात दी थी.
अखिलेश यादव ने एक इंटरव्यू में कहा-
मैं उपचुनाव में एसपी को मिली जीत को बहुत बड़ी मानता हूं, क्योंकि उनमें से एक सीट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और दूसरी सीट उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने छोड़ी थी. जो लोग (योगी) देशभर में घूम-घूमकर बीजेपी के लिये प्रचार कर रहे थे, वे अपनी ही सीट नहीं बचा सके. इससे पूरे देश में संदेश गया है और कार्यकर्ताओं और आम लोगों के बीच ये विश्वास जागा है कि अगर बीजेपी को उसके गढ़ में पराजित किया जा सकता है तो कहीं भी हराया जा सकता है.
धनबल के दुरुपयोग से बीजेपी ने हासिल की जीत: अखिलेश यादव
राज्यसभा चुनाव में एसपी के समर्थन वाले बीएसपी प्रत्याशी की हार के बारे में अखिलेश ने कहा कि सत्ता और धनबल का दुरुपयोग तो बीजेपी का चरित्र है. राज्यसभा चुनाव में ये फिर उजागर हो गया. चुनाव में एक दलित उम्मीदवार के खिलाफ बीजेपी की साजिश की वजह से अगले चुनावों के लिए एसपी और बीएसपी का गठबंधन और मजबूत हुआ है. मैं मायावती को धन्यवाद देता हूं.
लोकसभा चुनाव के लिए क्या है तैयारी?
आगामी लोकसभा चुनाव के लिये समाजवादी पार्टी की रणनीति के बारे में पूछे जाने पर पार्टी अध्यक्ष ने कहा कि बूथ स्तर पर मजबूत प्रबन्धन करने के अलावा पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा गया है कि वे गांव-गांव जाकर आम लोगों से बातचीत करे. उन्होंने कहा “मैं खुद, हमारे नेता और हमारे कार्यकर्ता सभी जगह पहुंचेंगे. वे उन्हें मेरे सरकार में शुरू कराये गये जनकल्याणकारी कार्यों के बारे में याद दिलाएंगे और मौजूदा बीजेपी सरकार की उससे तुलना करने को कहेंगे. बीजेपी ने अनेक वादे किये लेकिन उनमें से एक को भी पूरा नहीं किया. लोगों में बीजेपी के प्रति गुस्सा है और उपचुनावों में वही नाराजगी सामने आ गयी.”
परिवारवाद पर क्या बोले अखिलेश यादव
अखिलेश ने दोहराया कि कन्नौज से सांसद उनकी पत्नी डिंपल यादव अगले लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगी, क्योंकि उनके खानदान पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगता है. हालांकि, उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि राजनाथ सिंह, कल्याण सिंह, रमन सिंह, शिवराज सिंह चौहान जैसे बीजेपी नेता परिवारवाद चला रहे हैं. उनके परिवार के लोग राजनीति में हैं. मेरी पत्नी चुनाव नहीं लड़ेंगी. ऐसे में इन बीजेपी नेताओं को भी उदाहरण पेश करना चाहिए. अगर वे ऐसा ही नहीं करते हैं, और केवल आरोप लगाते हैं, तो मैं भी अपना मन बदल सकता हूं.
कांग्रेस के साथ गठबंधन पर अखिलेश
साल 2019 में लोकसभा चुनाव के लिए लिए कांग्रेस के साथ गठबंधन की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर अखिलेश ने कहा कि चुनाव नजदीक आने के बाद ही इस बारे में कुछ कहा जा सकता है. कांग्रेस के साथ उनके अच्छे रिश्ते हैं और आगे भी रहेंगे. समाजवादी पार्टी अध्यक्ष ने ईद नहीं मनाने से जुड़े मुख्यमंत्री योगी आदि्त्यनाथ के हाल के बयान को अंसैवधानिक करार दिया और आरोप लगाया कि बीजेपी सांप्रदायिक भावनाएं भड़काती है.
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