उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की सड़कों पर एक तस्वीर को लेकर विवाद शुरू हो गया है. इस तस्वीर में एक तरफ यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव नजर आ रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ सीएम योगी नजर आ रहे हैं. होर्डिंग में अखिलेश यादव पर मुकदमे कराने और सीएम पर मुकदमे हटाने की बात का जिक्र किया जा रहा है. ये पोस्टर लखनऊ के 1090 चौराहे पर लगाया गया है.
ऐसा माना जा रहा है कि ये पोस्टर अखिलेश यादव पर किए गए मुकदमे के बाद समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ही लगाए हैं, हालांकि बाद में इन पोस्टर को हटा दिया गया.
मुरादाबाद में अखिलेश के खिलाफ शिकायत
बता दें कि मुरादाबाद में पत्रकारों की पिटाई के मामले में अखिलेश यादव के साथ 20 समाजवादी कार्यकर्ताओं के खिलाफ केस किया गया है. अखिलेश यादव के एक कार्यक्रम के दौरान सुरक्षाकर्मियों और पत्रकारों के बीच हुई झड़प केस में एफआईआर दर्ज की गई है. अखिलेश ने ट्टीट इस घटना पर नाराजगी भी जताई थी.
य़ूपी की भाजपा सरकार ने मेरे खिलाफ जो एफआईआर लिखवाई है, जनहित में उसकी प्रति प्रदेश के हर नागरिक के सूचनार्थ यहां प्रकाशित कर रहे हैं. अगर आवश्यकता पड़ी तो राजधानी लखनऊ में होर्डिंग भी लगवा देंगे. ये एफआईआर हारती हुई बीजेपी की हताशा का प्रतीक है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)